PATNA - बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव 'कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद कार्यक्रम' पर निकले हैं। जहां वह आनेवाले चुनाव को लेकर राजद कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ तेजस्वी की यात्रा पर राजनीतिक हमले भी तेज हैं। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर कुमार मिश्रा ने तेजस्वी की यात्रा को तुष्टिकरण यात्रा बताया है।
श्री मिश्र ने कहा कि ये राजद कार्यकर्ताओं के दर्शन करने नहीं, बल्कि उनके बीच नफरत के बीज बोने निकले हैं। उन्होंने कहा कि अपनी यात्रा के दौरान तेजस्वी कहां और किन लोगों का दर्शन कर रहे हैं, यह पूरा बिहार देख रहा है। इनकी यात्रा का मकसद संवाद करना नहीं सामाजिक सौहार्द्र और समरसता को भंग करना है।
कुछ मुल्लाओं से मिलकर सेक्यूलर समझने की भूल
अपनी यात्रा के दौरान तेजस्वी एक धर्म विशेष के लोगों में उन्माद फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उल्टी-सीधी बातें कर समाज में साम्प्रदायिक तनाव उत्पन्न करना चाहते हैं। श्री मिश्र ने कहा कि तेजस्वी को थोड़ा-लिख लेना चाहिए और जानकारों से ज्ञान ले लेना चाहिए कि सेक्युलर का मतलब क्या होता है।
ऐसे नहीं बन सकते हैं सेक्यूलर
दरगाहों पर मत्था टेकने, मुल्ला-मौलवियों के साथ गुफ्तगू करने और एक धर्म विशेष के लोगों की पीठ पोंछने से कोई सेक्युलर नहीं बन जाता। दोहरा चरित्र दिखाकर नेता प्रतिपक्ष बिहार की राजनीति को दूषित कर रहे हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि तेजस्वी के तुष्टीकरण वाले व्यवहार और आचरण को बिहार की जनता देख रही है। 2025 में जनता उन्हें ऐसा सबक सिखाएगी कि वे जिंदगी भर याद रखेंगे।
REPORT – VANDANA SHARMA