Bihar News : जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर ने रविवार को भी अपना अनशन जारी रखा. पटना के गाँधी मैदान में पिछले चार दिनों से अनशन पर बैठे पीके ने एक बार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार पर जोरदार हमला किया. उन्होंने कहा, जो व्यक्ति 20 साल तक लोगों की बात न सुनने का आदी हो, वह 4 दिन में लोगों के सामने कैसे सरेंडर कर देगा. जब तक बिहार की जनता नहीं जागेगी, तब तक कोई सुधार नहीं होगा.
उन्होंने कहा कि इन लोगों को समझना होगा कि जनता की ताकत से बड़ी कोई ताकत नहीं है. यह तभी होगा जब लोग जागेंगे और अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए सामने आएंगे. उन्होंने कहा कि लोगों को धर्म, जाति और मुफ्तखोरी से परे सोचना शुरू करना होगा और अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के बारे में सोचना शुरू करना होगा.
बीपीएससी अभ्यर्थियो के लिए अनशन
70वीं बीपीएससी परीक्षा में हुई कथित अनियमितता को लेकर 13 दिसम्बर के बाद शुरू हुए छात्रों के प्रदर्शन को प्रशांत किशोर ने समर्थन दिया है. इसी को लेकर वे गाँधी मैदान में अनशन पर बैठे हैं. हालाँकि 4 जनवरी को पटना केंद्र के लिए पुनर्परीक्षा हुई. वहीं पीके अपने अनशन पर टिके हैं. वहीं उनके खिलाफ पटना जिला प्रशासन ने नियम विरुद्ध धरना देने को लेकर मामला भी दर्ज किया है.
तेजस्वी का पीके पर बड़ा आरोप
दूसरी ओर राजद नेता तेजस्वी यादव ने पीके को भाजपा का एजेंट बताया है. तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने जदयू के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को फ़ोन कर कहा था कि प्रशांत किशोर हमारे खासम ख़ास आदमी है इन्हें आप अपने दल में नंबर-2 का पद राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना दिजीए. अमित शाह का उसे जदयू का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाने में क्या इंटरेस्ट था? बाद में नीतीश कुमार ने उन्हें यह कहते हुए पार्टी से निकाल दिया था कि वो हमारे दल में गड़बड़ कर रहा था. वहीं पीके के अनशन में मौजूद वैनिटी वैन पर भी तेजस्वी ने तंज कसा. उन्होंने कहा, रही बात वैनिटी वैन की तो उसमें तो में एक्टर और एक्ट्रेस बैठते है. और एक्टर को वैनिटी वैन में प्रोड्यूसर और डायरेक्टर बैठाते हैं. सब को पता हैं, कौन है डायरेक्टर और कौन हैं प्रड्यूसर और किसने ऐक्टर को बैठाया हैं?
सरकार की ओर से नहीं हुई पहल
पीके को धरना स्थल से हटाने के लिए बिहार सरकार की ओर से कोई पहल नहीं की गई है. नीतीश सरकार की ओर से प्रशांत किशोर से वार्ता करने के लिए कोई नहीं आया. हालाँकि अधिकारीयों ने पीके को गाँधी मैदान में धरना नहीं देने की चेतावनी जरुर दी. वहीं पीके पिछले चार दिनों से अनशन पर बैठे हैं.