Bihar Politics: बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने सुशील कुमार मोदी की जयंती के अवसर पर श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में उन्हें श्रद्धांजलि दी। श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में सुशील कुमार मोदी के जयंती पर फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी में सुशील कुमार मोदी के जीवन और उपलब्धियों को दर्शाया गया है। कार्यक्रम में सम्राट चौधरी सहित कई अन्य मंत्रियों ने प्रदर्शनी का निरीक्षण किया। मंगल पांडे ने कहा कि सुशील कुमार मोदी का जीवन प्रेरणादायक है और बिहार में अंगदान की सोच को बढ़ावा देने का श्रेय भी उन्हें ही जाता है।
चर्चा में बने रहने के लिए देते हैं बयान
लालू प्रसाद यादव द्वारा नीतीश कुमार पर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मंगल पांडे ने कहा कि लालू परिवार को खुद नहीं पता रहता कि सुबह बेटा क्या कहता है और शाम को पिता क्या। वे केवल टीवी पर चर्चा में बने रहने के लिए ऐसे बयान देते हैं। प्रशांत किशोर के गांधी मैदान में अनशन पर उन्होंने तंज कसा कि वह महंगी और आधुनिक सुविधाओं से लैस वैनिटी वैन लेकर अनशन कर रहे हैं, जो बिहार की नहीं बल्कि पंजाब नंबर की है।
पीके का नौटंकी अनशन
मंगल पांडे ने इसे "अनशन नौटंकी" करार दिया और कहा कि उनके 35 वर्षों के राजनीतिक अनुभव में ऐसा पहली बार देखा है। वहीं राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक पर मंगल पांडे ने कहा कि भले ही कोई भी नेता बने, बिहार की जनता ने राजद को पहचान लिया है। बिहार का नेतृत्व एनडीए को ही मिलेगा क्योंकि जनता ने देखा है कि तेजस्वी यादव ने मौका मिलने पर भी कुछ नहीं किया, बल्कि नुकसान ही पहुंचाया।
सम्राट चौधरी का बयान
सुशील कुमार मोदी के जयंती समारोह में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि सुशील मोदी ने बिहार को आगे बढ़ाने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित किया। लालू प्रसाद यादव द्वारा नीतीश कुमार को ऑफर देने पर उन्होंने कहा कि लालू यादव डरे हुए हैं जो डर गया वो मर गया और उनकी यह सोच कि वह अपने बेटे को स्थापित कर लेंगे, गलत है। जनता तय करती है कि नेता कौन बनेगा।
राजद के असली नेता लालू
नीतीश कुमार के नेतृत्व पर उन्होंने कहा कि वे पहले से ही मुख्यमंत्री हैं और एनडीए के नेतृत्व में बिहार आगे बढ़ेगा। राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि राजद में असली नेता केवल लालू प्रसाद यादव ही हैं, और पार्टी में कोई अन्य नेतृत्व जनता को प्रभावित नहीं कर सकता।
पटना से वंदना की रिपोर्ट