बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

Tirhut Garduate MLC By Election Result 2024: वंशीधर बृजवासी की जीत तय, RJD,जेडीयू ,जनसुराज सब हुए फेल,एक निलंबित शिक्षक ने सबको बताई औकात...

Tirhut Garduate MLC By Election Result 2024: निर्दलीय प्रत्याशी वंशीधर बृजवासी की जीत तय है। वो करीब 10 हजार वोट से आगे चल रहे हैं।

 Vanshidhar Brijwasi victory
Vanshidhar Brijwasi victory- फोटो : Reporter

Tirhut Garduate MLC By Election Result 2024: तिरहुत स्नातक एमएलसी उपचुनाव में सीएम नीतीश और राजद सुप्रीमो लालू यादव के तमाम दावे बेरंग देख रहे हैं। तिरहुत स्नातक क्षेत्र को जदयू का गढ़ माना जाता है लेकिन अब जदयू के हाथ से उसका गढ़ निकलता देख रहा है। जदयू प्रत्याशी अभिषक झा पहले राउंड की गिनती से ही चौथे नंबर पर चल रहे हैं उनके जीत की उम्मीद अब समाप्त हो चुकी है। जबकि राजद प्रत्याशी गोपी किशन पहले राउंड की गिनती से तीसरे नबंर पर चल रहे हैं। दूसरे नंबर पर जन सुराज प्रत्याशी डॉ विनायक गौतम तीसरे नंबर पर हैं। वहीं पहले राउंड की गिनती से ही निर्दलीय प्रत्याशी वंशीधर ब्रजवासी का जलवा देखने को मिला रहा है। वो लगातार पहले नंबर पर बने हुए हैं। अब उनकी जीत तय मानी जा रही है। 

10 हजार मतों से आगे

निर्दलीय प्रत्याशी करीब 10 हजार मत से आगे चल रहे हैं। उन्होंने जदयू, जनसुराज और राजद प्रत्याशी को कड़ी टक्कर देते हुए तिरहुत स्नातक का ताज लगभग अपने नाम कर लिया है। बता दें कि वंशीधर ब्रजवासी एक निलंबित शिक्षक और चर्चित नेता हैं। केके पाठक जब शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव थे, तब वंशीधर ब्रजवासी की उनसे भिड़ंत हो गई थी। बाद में उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। वो तिरहुत से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। 

सरकार के खिलाफ चुनाव लड़ना मजबूरी

अपनी उम्मीदवारी की घोषणा करते हुए वंशीधर ब्रजवासी ने शिक्षकों और स्नातकों के अधिकारों की लड़ाई को अपनी पहली प्राथमिकता बताया था। अपने चुनाव प्रचार के दौरान वंशीधर ब्रजवासी पटना में शिक्षकों पर लाठीचार्ज, पानी की बौछार और अन्य दमनात्मक कार्रवाइयों का लगातार जिक्र करते रहे। उन्होंनेखुद को सरकार के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए मजबूर बताया था। उन्होंने कहा था कि जब तक मैं चुनाव नहीं जीतूंगा, शिक्षकों और स्नातकों को उनका अधिकार नहीं मिलेगा। तब वंशीधर ने दावा किया कि उनके साथ 60 हजार से अधिक शिक्षक हैं।

जदयू का रहा है गढ़

तिरहुत स्नातक चुनाव में जदयू समर्थित देवेश चंद ठाकुर चुनाव जीतकर एमएलसी बने थे, लेकिन बाद में उन्होंने सीतामढ़ी संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीतने के बाद सांसद बन गए। जिसके कारण से यह सीट खाली हो गया था। उसके बाद तिरहुत स्नातक निर्वाचन का फिर से उपचुनाव हुआ है। तिरहुत उपचुनाव में कुल 18 प्रत्याशी मैदान में है, जिसमे एक प्रत्याशी का निधन हो चुका है। जिसमें एनडीए गठबंधन से जदयू के प्रवक्ता अभिषेक झा चुनावी मैदान में हैं तो महा गठबंधन से राजद समर्थित प्रत्याशी गोपी किशन चुनावी मैदान में हैं।


17 प्रत्याशी मैदान में

वहीं जनसुराज उम्मीदवार के रूप में डॉक्टर विनायक गौतम चुनाव लड़े हैं। इसके अलावा निर्दलीय प्रत्याशी की बात करें तो शिक्षक नेता बंसीधर बृजवासी सहित कल 17 उम्मीदवार चुनावी मैदान में अपना भाग आजमा रहे हैं। तिरहुत प्रमंडल के 4 जिले मुजफ्फरपुर, शिवहर, सीतामढ़ी और वैशाली के स्नातक मतदाता ने मतदान किया है। मतगणना होना है और अब यह देखना होगा कि जीत का सेहरा किसके सिर बंधता है।

मणिभूषण की रिपोर्ट

Editor's Picks