Bihar News:सरकारी अस्पताल में 300 रु की ‘सेहत की दलाली’, कैमरे ने खोली चिकित्सक की पोल, इलाज के बदले वसूली का वीडियो वायरल
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो ने इस सरकारी अस्पताल की हकीकत सामने रख दी है, जिसमें स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के बदले 300 रुपये वसूले जाते हुए डॉक्टर को साफ देखा जा सकता है।

Bihar News: सरकारी अस्पतालों की चौखट पर इलाज के लिए भटकते गरीबों की उम्मीद उस वक्त तार-तार हो गई जब बीकोठी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित एक डॉक्टर की कथित "सेवा" रुपये की बोली में तब्दील होती दिखी।सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो ने इस सरकारी अस्पताल की हकीकत सामने रख दी है, जिसमें स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के बदले 300 रुपये वसूले जाते हुए डॉक्टर को साफ देखा जा सकता है। ये वीडियो स्थानीय कांग्रेस नेता अमित द्वारा रिकॉर्ड किया गया है, जिन्होंने इस पूरे मामले का खुलासा किया है।
अमित के मुताबिक, उन्होंने इस संबंध में सभी संबंधित विभागों में शिकायत दर्ज कराई है और कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर दोषी चिकित्सक पर कार्रवाई नहीं होती, तो वे धरने पर बैठेंगे।
वीडियो में साफ दिखता है कि जब नेता जी ने सवाल उठाया तो प्रभारी चिकित्सक डा. अजय कुमार मंडल ने क्रमवार तरीके से सभी रोगियों की ली गई फीस उन्हें लौटा दी। यह दृश्य जैसे अस्पताल की ईमानदारी का परदा फाड़ने वाला क्षण था।
हरिराही गांव की लूसो देवी का एक दिन का बच्चा पेशाब न आने की समस्या से पीड़ित था।दयानंद राम की पत्नी कई दिनों से बुखार से ग्रसित थीं।एक व्यक्ति सड़क दुर्घटना का शिकार हुआ था।एक अन्य मारपीट में घायल हो गया था।इन सभी ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अजय कुमार मंडल को 300-300 रुपये देकर इलाज करवाया।
जब मीडिया ने सवाल उठाया तो प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अजय कुमार मंडल ने कहा "रोगियों को बाहर देखकर ऑफिस में बैठे थे, तभी नेता जी आए और बोले कि मरीज गरीब हैं, रूपया वापस कर दीजिए। मैंने सभी चार रोगियों को 300-300 रुपये वापस कर दिए।"
सवाल है कि क्या सरकारी अस्पताल अब गरीबों के लिए भी ‘पेड क्लिनिक’ बन चुके हैं?क्या सिर्फ कैमरे और नेता की मौजूदगी से ईमानदारी लौटाई जा सकती है?क्या वसूली के बाद पैसा लौटाना अपराध की क्षमा है या स्वीकारोक्ति?
रिपोर्ट- अंकित कुमार