Prashant Kishor: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जनसुराज को मिला नया राष्ट्रीय अध्यक्ष!पूर्व BJP सांसद पप्पू सिंह की ताजपोशी से बिहार की राजनीति में हलचल
Prashant Kishor: पूर्व भाजपा सांसद पप्पू सिंह को जनसुराज पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। प्रशांत किशोर के साथ उनकी नई भूमिका बिहार की राजनीति में नए समीकरण का संकेत दे रही है।

Prashant Kishor: पूर्व भाजपा सांसद पप्पू सिंह, जिन्हें उदय सिंह के नाम से भी जाना जाता है, अब आधिकारिक रूप से जनसुराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए हैं। यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब बिहार की राजनीति एक बार फिर नए बदलावों के मुहाने पर खड़ी है।
पप्पू सिंह दो बार पूर्णिया लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट पर सांसद रह चुके हैं। 2019 में उन्होंने भाजपा को अलविदा कहकर कांग्रेस का दामन थामा था। हालांकि उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में खुद चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी पप्पू यादव का समर्थन किया, जिन्होंने पूर्णिया सीट से जीत हासिल की।
बिहार की राजनीति में नए समीकरण की संभावना
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पप्पू सिंह का जनसुराज पार्टी से औपचारिक रूप से जुड़ना और उसका नेतृत्व संभालना, बिहार में एक नए राजनीतिक समीकरण की शुरुआत हो सकती है।उनकी राजनीतिक समझ, क्षेत्रीय पकड़ और प्रशांत किशोर के साथ मजबूत संबंध इस नए राजनीतिक मंच को राज्य में एक मजबूत विकल्प बना सकते हैं। जनसुराज अब केवल आंदोलन या विचार नहीं, बल्कि एक ठोस संगठनात्मक संरचना की ओर बढ़ रहा है, जिसकी कमान अब एक अनुभवी नेता के हाथों में है।
पार्टी के प्रति समर्पण: शेखपुरा हाउस और सीमांचल दौरे का समर्थन
पप्पू सिंह केवल जनसुराज पार्टी के अध्यक्ष नहीं बने हैं, बल्कि वे लंबे समय से प्रशांत किशोर और उनके मिशन के प्रति समर्पित रहे हैं। उन्होंने पटना स्थित अपना शेखपुरा हाउस जनसुराज पार्टी के संचालन के लिए दिया था यही नहीं, जब प्रशांत किशोर आमरण अनशन पर बैठे थे, तब उनकी चर्चित लग्जरी गाड़ी भी पप्पू सिंह की थी, जो जनसुराज की राजनीतिक छवि में एक नया आयाम जोड़ती है।प्रशांत किशोर जब भी सीमांचल दौरे पर होते हैं, वे अक्सर पप्पू सिंह के पूर्णिया स्थित निजी आवास पर ही रुकते हैं, जो दोनों के बीच के आपसी भरोसे और रणनीतिक साझेदारी को दर्शाता है।