Bihar Education News - गरीब बच्चों के लिए डीएम ने शुरू की सुपर 50, फ्री में कराई जाएगी जेईई और नीट की तैयारी

Bihar Education News - गरीब परिवार के होनहार छात्रों को जेईई और नीट की तैयारी कराने के डीएम के प्रयास से सुपर 50 की शुरूआत की गई है। जहां उन्हें निशुल्क कोचिंग दी जाएगी।

 Bihar Education News - गरीब बच्चों के लिए डीएम ने शुरू की स

Purnia - आईआईटी और जेईई की तैयारी करना गरीब छात्रों के लिए आसान नहीं है। ऐसे गरीब छात्रों के लिए आनंद कुमार की सुपर 30 की तरह सुपर 50 शुरू किया गया है। पूर्णिया डीएम के प्रयास से शुरू हुए सुपर 50 में गरीब छात्रों को जेईई और नीट की तैयारी फ्री कराई जाएगी। साथ  ही इन बच्चों के रहने के लिए छात्रावास की भी  व्यवस्था होगी।

आईआईटीएन टीचर कराएंगे तैयारी

बताया गया कि यह तैयारी पूरी तरह एआई टेक्नोलॉजी से कराई जाएगी। जिसमें ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीके से पढ़ाई होगी। बड़े-बड़े आईआईटियन शिक्षक से लेकर पूर्णिया के कुशल शिक्षक इन छात्रों को नीट और जेईई की तैयारी करवाएंगे।

800 बच्चों में चुने गए 50 छात्र

इसके लिए पहले बिहार बोर्ड के सरकारी स्कूल के छात्रों की एक परीक्षा ली गई, जिसमें कुल 800 छात्र-छात्राएं शामिल हुए। इसमें से जेईई के लिए 25 और नीट के लिए 50 छात्र छात्राओं का चयन किया गया है। इनके रहने और पढ़ाई की पूरी निशुल्क व्यवस्था जिला स्कूल के कैंपस में कराई जाएगी। 

2 साल से चल रहा उन्नयन लाइव

डीएम ने कहा कि जिला स्कूल में पिछले 2 साल से उन्नयन लाइव क्लासेज चल रहा है। इसका पूर्णिया और बिहार के लाखों छात्र-छात्राओं को काफी फायदा मिल रहा है।

बिहार बोर्ड के छात्र

सुपर 50 में चयनित ग्रामीण इलाके की छात्रों ने बताया कि उनके माता-पिता काफी गरीब किसान हैं। उनके पास इतने पैसे नहीं है कि बाहर भेज कर महंगे कोचिंग संस्थानों में जेईई और नीट की तैयारी करवा पाएं। लेकिन पूर्णिया के डीएम कुंदन कुमार ने सुपर 50 बनाकर उन लोगों के सपने को साकार करने का बड़ा मौका दिया है। वे लोग अब सुपर 50 संस्थान में रहकर एआई तकनीक से नीट और जेईई की तैयारी कर पाएंगे। 

वे लोग सभी ग्रामीण इलाके के हैं और बिहार बोर्ड से मैट्रिक की परीक्षा पास किए हैं। उनका सपना था कि वह भी डॉक्टर और इंजीनियर बनें। ऐसे में जिला प्रशासन ने पूर्णिया में उन लोगों के जैसे गरीब छात्रों के लिए यह एक अनोखी पहल शुरू की है। जिला प्रशासन के सहयोग से अब गरीब छात्र भी अपने साकार कर सकेंगे।