Bihar News: दलित परिवार से मारपीट मामले में जन सुराज नेता मेलू मिश्रा गिरफ्तार, पुलिस टीम पर हमला, SI का सिर फूटा, नया केस दर्ज
Bihar News: जन सुराज के प्रमुख नेता कृष्ण मुरारी मिश्रा उर्फ मेलू मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। ..

Bihar News: जमीन विवाद को लेकर एक दलित परिवार से हुई बर्बर मारपीट के मामले में नोखा से जिला पार्षद और जन सुराज के प्रमुख नेता कृष्ण मुरारी मिश्रा उर्फ मेलू मिश्रा को रविवार रात पुलिस ने रोहतास में धरमपुरा ओपी थाना क्षेत्र के सिसरीत गाँव से गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस गिरफ्तारी के दौरान पुलिस टीम पर ज़ोरदार हमला हुआ, जिसमें एक सब-इंस्पेक्टर (एसआई) गंभीर रूप से घायल हो गए।
गिरफ्तारी के दौरान उपद्रव, पुलिस पर पथराव, SI का सिर फूटा
मेलू मिश्रा की गिरफ्तारी के लिए की गई छापेमारी के दौरान ज़बरदस्त उपद्रव देखने को मिला। इसी दौरान पुलिस टीम पर कथित तौर पर पथराव किया गया, जिसमें सब-इंस्पेक्टर दिलीप कुमार तिवारी के सिर में गंभीर चोट आई। उन्हें तुरंत नोखा पीएचसी (PHC) में भर्ती कराया गया, जहाँ उनका इलाज चल रहा है। पुलिस पर हुए इस हमले को लेकर एक नया मामला भी दर्ज कर लिया गया है, जिससे इस प्रकरण की गंभीरता और बढ़ गई है।
क्या है पूरा मामला? वायरल वीडियो ने बढ़ाई पुलिस की मुश्किलें
यह पूरा मामला 13 जून का है, जब अगरेर थाना क्षेत्र के पिपरी गम्हरिया गाँव में एक दलित महिला और उसके दो बेटों को विवादित जमीन पर कब्जा करने को लेकर बेरहमी से पीटा गया था। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो गया, जिसने पुलिस पर कार्रवाई करने का भारी दबाव बनाया। वीडियो के वायरल होते ही पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए मामले में तेज़ी लाई।
मेलू मिश्रा का इनकार, पर पुलिस की कड़ी कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में अब तक जिला पार्षद मेलू मिश्रा, उनकी भाभी समेत कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं, जिला पार्षद मेलू मिश्रा ने अपनी गिरफ्तारी के बाद खुद को निर्दोष बताते हुए दावा किया है कि घटना के समय वह मौके पर मौजूद नहीं थे। उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगों से उनका नाम जोड़ा जा रहा है, उनसे पिछले चार वर्षों से उनका कोई संपर्क नहीं है। पुलिस पर हमले के आरोपों पर मेलू मिश्रा ने कहा कि छत से गिरा पत्थर सब-इंस्पेक्टर को लगा होगा, और यह हमला जानबूझकर नहीं किया गया था।
हालांकि, पुलिस अधीक्षक रौशन कुमार ने स्पष्ट किया है कि पीड़ित के बयान के आधार पर 23 लोगों पर नामजद एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार कार्रवाई जारी है। एसपी ने चेतावनी दी है कि कानून तोड़ने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
रिपोर्ट-रंजन सिंह