Bihar News : सीवान में घोरपरास के शिकार में चली गोली मासूम के पेट में लगी, इलाज के लिए पटना रेफर, मां का आरोप- 'मना करने पर भी दागी राइफल'
Bihar News : सिसवन इलाके में अवैध हथियारों के खुलेआम प्रदर्शन और गैर-कानूनी शिकार पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं. इसी कड़ी में मासूम को गोली लगी है...
SIWAN : जिले के सिसवन थाना क्षेत्र के मनार गांव में मंगलवार को शिकार के जुनून ने एक चार वर्षीय मासूम की जिंदगी दांव पर लगा दी। बिना अनुमति घोरपरास (जंगली जानवर) का शिकार करने आए युवकों की राइफल से निकली गोली घर के बाहर खेल रहे बच्चे के पेट में जा लगी। घटना के बाद गांव में चीख-पुकार मच गई और आरोपी मौके से फरार हो गए।
खेलते समय हुआ हादसा, हालत नाजुक
घायल बच्चे की पहचान अनिल यादव के पुत्र स्वीकृत यादव (4 वर्ष) के रूप में हुई है। परिजनों ने बताया कि स्वीकृत अपने घर के सामने खेल रहा था, तभी शिकारियों की एक टोली वहां पहुंची। गोली लगने के बाद बच्चा लहुलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ा। उसे आनन-फानन में सिसवन स्वास्थ्य केंद्र और फिर सीवान सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे पटना पीएमसीएच (PMCH) रेफर कर दिया है।
मां की आंखों के सामने हुआ तांडव
बच्चे की मां रूबी देवी ने बिलखते हुए बताया कि गांव के ही चार युवक हाथों में राइफल लेकर पहुंचे थे। वे घोरपरास को मारने की कोशिश कर रहे थे। रूबी देवी के मुताबिक, उन्होंने युवकों को बस्ती में गोली चलाने से मना भी किया था, लेकिन वे नहीं माने। कुछ ही पलों बाद जब गोली चली, तो जानवर की जगह उनका मासूम बेटा उसका शिकार बन गया। मां ने एक आरोपी को पकड़ने की कोशिश भी की, लेकिन वह धक्का देकर भाग निकला।
पुलिस की कार्रवाई और फरार शिकारी
घटना की सूचना मिलते ही सिसवन थाना प्रभारी अशोक कुमार दलबल के साथ गांव पहुंचे। पुलिस ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं। थाना प्रभारी ने बताया कि मां के बयान के आधार पर आरोपियों की पहचान कर ली गई है। पुलिस की अलग-अलग टीमें संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं। आरोपियों पर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के उल्लंघन के साथ-साथ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया जा रहा है।
अवैध हथियारों और अवैध शिकार पर सवाल
इस घटना ने सिसवन इलाके में अवैध हथियारों के खुलेआम प्रदर्शन और गैर-कानूनी शिकार पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि आए दिन लोग राइफल लेकर खेतों में शिकार के लिए निकलते हैं, जिससे आम लोगों की जान जोखिम में रहती है। ग्रामीणों ने मांग की है कि प्रशासन इन शिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करे और पीड़ित परिवार को न्याय व उचित मुआवजा दिलाया जाए।
सिवान से ताबिश इरशाद की रिपोर्ट