STF Siwan arrest: सांसद और विधायक से 10 लाख की रंगदारी मांगने वाला आरोपी पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार, सिवान पुलिस की बड़ी सफलता

STF Siwan arrest: सिवान के सांसद और बड़हरिया के विधायक को 10 लाख की रंगदारी मांगने वाले आरोपी बृजेश यादव को पुलिस ने STF की मदद से पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया। फोन धमकी मामले में तकनीकी जांच के बाद गिरफ्तारी की गई।

STF Siwan arrest
सिवान में रंगदारी मांगने वाला आरोपी गिरफ्तार- फोटो : news4nation

STF Siwan arrest: सिवान जिले में तब हड़कंप मच गया जब जिले के माननीय सांसद और बड़हरिया विधानसभा के विधायक को एक ही नंबर से 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी दी गई। यह धमकी 03 दिसंबर 2025 को दोनों जनप्रतिनिधियों के निजी मोबाइल नंबर पर दी गई थी। फोन पर अज्ञात व्यक्ति ने साफ कहा था कि यदि रकम नहीं दी गई, तो हत्या कर दी जाएगी। घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए सिवान पुलिस तुरंत हरकत में आई और तकनीकी जांच शुरू की।

पूरा मामला तब और गंभीर हो गया जब दो अलग-अलग थानों—नगर थाना (G.B. नगर) और मैरवा थाना—में आवेदन मिलने पर क्रमशः 05 और 06 दिसंबर को आपराधिक कांड दर्ज किए गए। इसके बाद पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी के लिए तेजी से काम किया।

कैसे पकड़ा गया आरोपी

सिवान पुलिस ने इस मामले को चुनौती के रूप में लेते हुए मोबाइल नंबर की तकनीकी ट्रैकिंग शुरू की। कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) का गहन विश्लेषण किया गया और गुप्त स्रोतों को सक्रिय किया गया।इन्हीं तकनीकी सुरागों और लोकेशन ट्रैकिंग के आधार पर आरोपी की पहचान बृजेश यादव, पिता संजय यादव, निवासी पतार भूसी टोला, थाना रघुनाथपुर, सिवान के रूप में हुई। उसके बारे में यह भी सामने आया कि वह पहले भी मारपीट के मामलों में शामिल रहा है और कुछ समय से चेन्नई में मजदूरी कर रहा था।दिलचस्प बात यह रही कि धमकी देने के बाद आरोपी सिवान से भागकर पश्चिम बंगाल में छिपा हुआ था। पुलिस के पास यह जानकारी आने के बाद एक संयुक्त टीम बनाई गई, जिसने पश्चिम बंगाल में उसके संभावित ठिकानों पर छापेमारी की। अंततः उसे पकड़ लिया गया।

गिरफ्तारी कैसे हुई

पश्चिम बंगाल में कई ठिकानों पर दबिश देने के बाद आखिरकार पुलिस ने आरोपी को अपने कब्जे में ले लिया। गिरफ्तारी के दौरान उसके पास से एक मोबाइल फोन बरामद हुआ, जिसे रंगदारी कॉल में इस्तेमाल किया गया था।पुलिस के अनुसार यह पूरी कार्रवाई बेहद गोपनीय और सटीक रणनीति के साथ की गई, ताकि आरोपी भाग न सके। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसे न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।अधिकारियों का कहना है कि आगे की जांच में यह भी पता लगाया जाएगा कि आरोपी ने यह धमकी अकेले दी थी या किसी के इशारे पर यह पूरे गिरोह की योजना थी।

सिवान से ताबिश इरशाद की रिपोर्ट