Bihar News: सीवान में अनुभूति श्रीवास्तव के ठिकानों पर EOU की छापेमारी में क्या क्या मिला, करोड़ों की अवैध संपत्ति का हैरान कर देने वाला खुलासा

Bihar News: बिहार आर्थिक अपराध इकाई ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई की। नगर परिषद सीवान के कार्यपालक पदाधिकारी अनुभूति श्रीवास्तव के 3 ठिकानों पर छापेमारी की गई। आइए जानते है छापेमारी में क्या क्या मिला..?

Executive Officer Anubhuti Srivastava
ईओयू की छापेमारी में क्या क्या मिला - फोटो : social media

Bihar News: बिहार आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने बुधवार को नगर परिषद सीवान की कार्यपालक पदाधिकारी अनुभूति श्रीवास्तव के 3 ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई की। सीवान, पटना और लखनऊ में लगभग नौ घंटे तक चली इस छापेमारी में 1.25 लाख रुपये नकद, प्रॉपर्टी से जुड़े कई अहम दस्तावेज और भारी निवेश के सबूत बरामद किए गए। इस छापेमारी में करोड़ों की अवैध संपत्ति का भी खुलासा हुआ। 

छापेमारी में कई दस्तावेज बरामद 

EOU के डीएसपी राजन प्रसाद सिंह ने बताया कि बरामद दस्तावेजों की जांच की जा रही है। पटना स्थित आवास की चाबी श्रीवास्तव के पास होने के कारण पूछताछ के बाद उन्हें पटना ले जाया गया। जहां आगे की छानबीन जारी है। छापेमारी लखनऊ के गोमतीनगर, पटना के रूपसपुर स्थित अर्पणा मेंशन और सीवान नगर परिषद कार्यालय के ठिकानों पर की गई।

आय से 79 प्रतिशत अधिक अवैध संपत्ति

EOU के अनुसार, अनुभूति श्रीवास्तव पर वैध आय से 79% अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। अगस्त 2021 में भी विशेष निगरानी इकाई (SVU) ने भ्रष्टाचार निरोध अधिनियम के तहत उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था। उस मामले में आरोप पत्र दाखिल हो चुका है और ट्रायल कोर्ट में लंबित है। निलंबन खत्म होने के बाद हाल ही में उनकी तैनाती नगर परिषद सीवान में हुई थी।

छापेमारी में बरामदगी

पटना के फ्लैट पर छापेमारी के दौरान टीम को अन्य दो फ्लैटों के दस्तावेज भी मिले एक पटना में और दूसरा इंदौर में है। टीम को कई इंश्योरेंस पॉलिसी और म्यूचुअल फंड निवेश के कागजात मिले, जिनमें परिवार के सदस्यों के नाम से हर साल 15 लाख रुपये से अधिक का प्रीमियम जमा किया जाता है। इसके अलावा इनोवा और अर्टिगा जैसी दो लग्जरी गाड़ियां भी मिलीं।

चार साल पहले भी पड़ी थी रेड

चार साल पहले SVU की छापेमारी में भी श्रीवास्तव की अवैध संपत्ति का बड़ा खुलासा हुआ था। उस दौरान बैंक के दो लॉकर, फिक्स डिपॉजिट, रियल एस्टेट निवेश और भारी कैश बरामद हुआ था। जांच में यह भी सामने आया था कि उन्होंने सरकार को दी गई संपत्ति घोषणा में कई चल-अचल संपत्तियों को छुपाया था।

वित्तीय अनियमितताओं के गंभीर आरोप

अनुभूति श्रीवास्तव पर पहले भी हाजीपुर नगर परिषद में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगे थे। नगर परिषद के उपसभापति निकेत सिन्हा ने वैशाली डीएम को शिकायत दी थी कि जेम पोर्टल के जरिए करोड़ों रुपये की मशीनों व सामानों की खरीददारी केवल कागजों पर की गई थी। इससे पहले भभुआ में पदस्थापना के दौरान भी उन पर अनियमितताओं के आरोप लग चुके हैं। EOU की ताजा कार्रवाई के बाद एक बार फिर अनुभूति श्रीवास्तव की अवैध संपत्तियों और भ्रष्टाचार के मामलों ने सुर्खियां बटोर ली हैं।