siwan Road Accident: सीवान के मैरवा में दर्दनाक हादसा! तेज रफ्तार ने ले ली शिक्षिका की जान, परिवार में शोक का माहौल

सीवान जिले के मैरवा में सड़क दुर्घटना में BPSC शिक्षिका अंजुला श्रीवास्तव की मौत हो गई। हादसा तेज रफ्तार बाइक की टक्कर से हुआ। पति गंभीर रूप से घायल।

siwan Road Accident: सीवान के मैरवा में दर्दनाक हादसा! तेज र
siwan Road Accident- फोटो : AI GENERATED

siwan Road Accident: सीवान जिले के मैरवा प्रखंड के अंतर्गत सिसवा बुजुर्ग गांव के पास रविवार को एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना में BPSC  शिक्षिका अंजुला श्रीवास्तव की मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब वह अपने पति के साथ बाइक पर सवार होकर घर लौट रही थीं।

क्या हुआ हादसे के वक्त?

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दंपती जैसे ही सिसवा बुजुर्ग गांव के पास मुड़ने लगे, सामने से तेज रफ्तार में आ रही बाइक ने जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों सड़क पर गिर पड़े। अंजुला श्रीवास्तव के सिर में गंभीर चोट आई और वह मौके पर ही बेहोश हो गईं। सूचना मिलते ही डायल 112 की पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची और दोनों घायलों को रेफरल अस्पताल पहुँचाया गया। लेकिन डॉक्टरों ने अंजुला को मृत घोषित कर दिया। उनके पति संजय श्रीवास्तव को भी चोटें आईं, लेकिन वे खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं।

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कौन थीं अंजुला श्रीवास्तव?

अंजुला श्रीवास्तव, मैरवा थाना क्षेत्र के शीतलपुरा गांव निवासी संजय श्रीवास्तव की पत्नी थीं। वह पचरुखी प्रखंड के इटवा गांव के उच्च विद्यालय में शिक्षिका के पद पर कार्यरत थीं। रविवार को वह पचरुखी से मैरवा धाम दर्शन के लिए पहुँची थीं और वहाँ से अपने पति के साथ बाइक से घर लौट रही थीं।लेकिन तेज रफ्तार और लापरवाही से चलाई जा रही बाइक ने उनकी जिंदगी छीन ली। अंजुला न केवल एक समर्पित शिक्षिका थीं बल्कि समाज में भी उनकी अच्छी पहचान थी। उनकी असमय मृत्यु से शिक्षा जगत को भी बड़ा झटका लगा है।

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परिजनों और गांव में शोक की लहर

जैसे ही यह दुखद खबर गांव में पहुँची, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। शीतलपुरा गांव और इटवा उच्च विद्यालय दोनों स्थानों पर शोक की लहर फैल गई। सहकर्मियों और छात्रों ने उनकी कर्मठता और सहज स्वभाव को याद कर श्रद्धांजलि दी।

सड़क सुरक्षा पर उठते सवाल

इस दर्दनाक हादसे ने सड़क सुरक्षा और तेज रफ्तार वाहन चालकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बिहार के कई जिलों में ट्रैफिक नियमों की अनदेखी, सड़क किनारे संकेतों की कमी और अनियंत्रित रफ्तार जैसी समस्याएँ आम होती जा रही हैं।स्थानीय लोग अब प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि दुर्घटना स्थल के पास स्लो डाउन बोर्ड लगाया जाए और सीसीटीवी निगरानी भी की जाए ताकि भविष्य में ऐसे हादसे टाले जा सकें।