अभी कार्तिक मास चल रहा है और आज इस महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी है। इसे करवा चौथ कहा जाता है। इस तिथि पर महिलाएं अपने जीवन साथी की लंबी उम्र, सौभाग्य और अच्छे स्वास्थ्य के लिए व्रत करती हैं। इसके बाद कार्तिक मास में पुष्य नक्षत्र, धनतेरस, दीपावली, देवउठनी एकादशी और देव दीपावली जैसे व्रत-पर्व मनाई जाएंगे। इन तीज-त्योहारों की वजह से कार्तिक मास का महत्व अन्य महीनों की अपेक्षा काफी अधिक है।
कार्तिक मास में कुछ खास शुभ काम रोज करेंगे तो घर में सकारात्मकता और पवित्रता बनी रहेगी। त्योहारों के समय में घर का वातावरण प्रसन्नता देने वाला और सुखद बना रहेगा। जानिए कार्तिक मास में रोज कौन-कौन शुभ काम कर सकते हैं।
कार्तिक मास में रोज सुबह जल्दी उठना चाहिए और घर की साफ-सफाई करने के बाद घर के बाहर रंगोली बनानी चाहिए। रंगोली बनाने से घर के आसपास का वातारवण सकारात्मक और पवित्र बनता है और घर की सुंदरता भी बढ़ती है। रंगोली की वजह से त्योहारों को लेकर उत्साह बना रहता है।
कार्तिक मास त्योहारों का महीना है और इस महीने में देवी लक्ष्मी की कृपा पाने का महापर्व दीपावली भी मनाते हैं। देवी लक्ष्मी की कृपा उन्हीं घरों पर होती है, जहां सकारात्मकता और पवित्रता बनी रहती है। घर के वातावरण को शुद्ध और पवित्र बनाने के लिए रोज सुबह हर कमरे की सफाई करें और फिर गंगाजल का छिड़काव करें। गंगाजल के संबंध में मान्यता है कि इसके स्पर्श से हर एक चीज पवित्र हो जाती है। गंगाजल के स्पर्श मात्र से पाप कर्मों के फल नष्ट हो जाते हैं, ऐसी मान्यता है।
घर के मंदिर में पूजा करते समय कर्पूर जरूर जलाना चाहिए। कर्पूर की महक घर में सकारात्मकता बढ़ती है। कर्पूर जलाने से घर का माहौल धार्मिक बनता है। कपूर के बारे में कहा जाता है कि इसकी सुगंध से वातावरण में मौजूद हानिकारक सूक्ष्म जीवाणु खत्म होते हैं। पूजा या हवन करते समय जब हम कर्पूर जलाते हैं तो उससे निकलने वाला धुआं आसपास की नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करता है।
अभी कार्तिक मास चल रहा है और इस मास में लगभग हर रोज कोई न कोई व्रत-पर्व मनाया जाता है। ये महीना अंधकार दूर करके जीवन में प्रकाश बढ़ाने का संदेश देता है। इसलिए रोज रात में घर के मुख्य द्वार पर दीपक जरूर जलाएं और दीपक जलाते समय मन ये भाव रखे कि देवी-देवताओं की कृपा से हमारे घर से दुखों का अंधकार दूर हो और हम सभी जीवन में दीपक की रोशनी के जैसा प्रकाश आए।