Super Moon: 17 अक्टूबर की रात हमें एक अद्भुत खगोलीय घटना देखने को मिलेगी। इस रात शरद पूर्णिमा होने के साथ ही सुपरमून भी होगा। इसका मतलब है कि चंद्रमा सामान्य से अधिक बड़ा और चमकीला दिखाई देगा। दरअसल, आज की रात साल का तीसरा सुपरमून देखने को मिलेगा। आज की रात चांद 14 % बड़ा दिखेगा। रात 11:55 बजे चांद पृथ्वी से 3,57,364 किलोमीटर दूर होगा। यह इस साल के लिए सबसे कम दूरी है।
तीसरा सुपरमून
यह दुर्लभ खगोलीय घटना आज 17 अक्टूबर 2024 को पूर्णिमा की रात घटेगी। आज रात को लोग चांद को देखकर बस देखते ही रह जाएंगे। आज रात को चांद किसी भी अन्य पूर्णिमा की रात को लगने वाले चांद से ज्यादा बड़ा और धरती के और ज्यादा नजदीक नजर आएगा। यह साल का तीसरा सुपरमून होगा। 17 अक्टूबर के पहले 19 अगस्त और 17 सितंबर सुपरमून नजर आया था।
सुपरमून क्यों होता है?
सुपरमून तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी के सबसे नजदीक होता है। इस स्थिति में चंद्रमा का आकार हमें सामान्य से 14% बड़ा और 30% अधिक चमकीला दिखाई देता है। सुपरमून को हंटर्ज मून भी कहा जाएगा।
शरद पूर्णिमा का महत्व
शरद पूर्णिमा हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इस दिन चंद्रमा की किरणें सबसे शुद्ध मानी जाती हैं। लोग इस दिन चंद्रमा को अर्घ्य देते हैं और पूजा करते हैं।
क्यों है यह खास?
इस बार शरद पूर्णिमा का संयोग सुपरमून के साथ होने से यह खास हो गया है। इस तरह का संयोग हर साल नहीं होता। इस दिन चंद्रमा की चांदनी पूरे वातावरण को रोशन कर देगी और एक अद्भुत नजारा पेश करेगी।
कब देखें?
17 अक्टूबर की रात को आप चंद्रमा को आसानी से देख सकते हैं। चंद्रमा का उदय सूर्यास्त के बाद होगा।