ABVP के आगे झुका विश्वविद्यालय प्रशासन: छात्रों को मिली बड़ी राहत, अब जिले में ही होगा परीक्षा केंद्र
ABVP के चरणबद्ध आंदोलन के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपनी नीति बदली है। अब सुपौल जिले के यूजी और पीजी छात्रों को परीक्षा के लिए दूसरे जिलों में नहीं जाना होगा; उन्हें होम सेंटर की सुविधा दी जाएगी।
Supaul - जिले के छात्र हितों को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) द्वारा किए गए संघर्ष को बड़ी सफलता मिली है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने परिषद की मांगों के आगे झुकते हुए यह निर्णय लिया है कि अब सुपौल जिले के पीजी (PG) और यूजी (UG) छात्रों के लिए परीक्षा केंद्र सुपौल में ही बनाए जाएंगे। इसके अलावा, परीक्षाओं का मूल्यांकन कार्य भी अब स्थानीय स्तर पर सुपौल में ही संपन्न होगा।
छात्रों के साथ सौतेला व्यवहार बर्दाश्त नहीं: एबीवीपी
परिषद के प्रांत एसएफडी सह संयोजक शिवजी कुमार ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए स्पष्ट किया कि संगठन छात्रों के साथ किसी भी प्रकार का सौतेला व्यवहार बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि छात्र हितों की रक्षा करना संगठन का मूल दायित्व है और इसके लिए परिषद सदैव संघर्षरत रहेगी।
बैकफुट पर आया विश्वविद्यालय प्रशासन
एबीवीपी के जिला संयोजक राजेश कुमार ने मीडिया से बातचीत में बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन लगातार मनमाने फैसले ले रहा था, जिससे सुपौल के छात्रों को भारी परेशानी हो रही थी। परिषद ने इसके खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया, जिसके दबाव में आकर प्रशासन बैकफुट पर आया। प्रशासन द्वारा पीजी एवं यूजी की परीक्षा और मूल्यांकन कार्य सुपौल में कराने के लिखित आश्वासन के बाद ही एबीवीपी ने अपना आंदोलन वापस लिया।
भविष्य के लिए चेतावनी
छात्र नेता रंजीत कुमार झा ने इस फैसले को छात्रों की बड़ी जीत बताया, लेकिन साथ ही चेतावनी भी दी कि यदि भविष्य में पुनः छात्रों के साथ अन्याय हुआ, तो परिषद और भी उग्र आंदोलन करेगी। इस अवसर पर नगर मंत्री आलोक कुमार, कुंदन कुमार, मनीष कुमार, सतीश कुमार सहित भारी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।
Report - arvind kumar mishra