Business news - मुकेश अंबानी के समधी की बिकने जा रही है कंपनी, नहीं मिल रहा वारिस, इतने सौ करोड़ में हुआ सौदा
Business news - मुकेश अंबानी के समधी की कंपनी बिकने जा रही है। बताया गया कि कंपनी को संभालने के लिए कोई वारिस नहीं मिल रहा है। जिसके कारण उन्होंने कंपनी को बेेचने का फैसला लिया है।

N4N Desk - एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी के समधी की कंपनी को संभालने के लिए कोई वारिस नहीं मिल रहा है। जिसके कारण अब इस कंपनी के लगभग एक तिहाई हिस्से को बेचा जा रहा है। कंपनी ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है।
देश की सबसे बड़ी लगेज कंपनी
सबसे पहले जान लें कि जिस कंपनी को एक हिस्से को बेचने की बात चल रही है। वह लगेज बनानेवाली सबसे बड़ी कंपनी वीआईपी इंडस्ट्रीज है। देश में आज भी जब लगेज की बात होती है सबसे पहले वीआईपी का जिक्र होता है। जिसके मालकि दिलीप पिरामल हैं। जो मुकेश अंबानी के रिश्ते में समधी लगते हैं। उनके बड़े भाई के बेटे आनंद पिरामल से ईशा अंबानी की शादी हुई है।
32 परसेंट हिस्सेदारी बेच रहे
जानकारी के अनुसार दिलीप पिरामल ने अपनी कंपनी वीआईपी के 32 परसेंट हिस्सेदारी को बेचने का फैसला लिया है। जिसके लिए 1763 करोड़ रुपए उन्हें मिलेंगे। रिपोर्ट्स की माने चो मल्टीपल्स प्राइवेट इक्विटी कंपनी, स्टॉक इंवेस्टर आकाश भंसाली और कैरटलेन के संस्थापक मिथुन साचेती VIP की हिस्सेदारी खरीद रहे हैं।
पीरामल परिवार की दिलचल्पी नहीं
जिस कंपनी की शुरुआत उन्होंने अपने परिवार से अलग होकर की, अब वो उसे बेच रहे हैं. ये फैसला इतना आसान नहीं है, लेकिन दिलीप पीरामल ऐसा करने के लिए मजबूर हैं। 75 साल के दिलीप का कहना है कि उनकी कंपनी को संभालने में उनके परिवार की दिलचस्पी नहीं है।
बता दें कि दिलीप पीरामल, जो पीरामल एंटरप्राइजेज के चेयरमैन अजय पीरामल के बड़े भाई हैं. साल 1980 में दिलीप पीरामल फैमिली बिजनस से अलग हो गए थे, जिसके बाद उन्होंने VIP की शुरुआत की थी। चार दशक में उन्होंने वीआईपी को देश की सबसे बड़ी लगेज कंपनी बना दिया। लेकिन अब स्थिति बदल गयी है।उनके परिवार के नेक्स्ड जेनरेशन कंपनी की जिम्मेदारी नहीं संभालना चाहते हैं।
उनकी उम्र हो गई है। ऐसे में वो कंपनी पर पूरा फोकस नहीं कर पा रहे हैं। उनकी उम्र और परिवार की कारोबार को लेकर बेरुखी के चलते पांच साल में VIP इंडस्ट्रीज का मार्केट शेयर कम हो रहा है, जिसके चलते बाजार में VIP का दबदबा कम हो रहा है. कंपनी का सेल घट रहा है।
नुकसान से बचाने के लिए लिया फैसला
ऐसे में वो कंपनी का नुकसान नहीं होने देना चाहते. जिस कंपनी उन्होंने अपने खूब पसीने से सींचकर यहां तक पहुंचाया वो उसे नुकसान में नहीं देखना चाहते हैं, इसलिए वो चाहते हैं कि कंपनी वो लोग संभाले, जो इसे आगे ले जा सके। कंपनी में अपनी 32 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के पास दिलीप के पास वीआईपी में सिर्फ 17 फीसदी की हिस्सेदारी बचेगी।
दिलीप पीरामल के परिवार में तीन बेटियां
दिलीप पीरामल की पर्सनल लाइफ भी काफी चर्चा में रही है. दो बार शादियां की. तीन बेटियां भी है, लेकिन कोई भी उनके कारोबार को लेकर गंभीर नहीं है। दिलीप पीरामल की पहली शादी गीता पीरामल से हुई, जो एक लेखिका है. साल 1975 में उन्होंने शादी की. उनकी दो बेचियां है, राधिका और अपर्णा> साल 2005 में दिलीप और गीता का तलाक हो गया. राधिका लेस्बियन हैं और वो अपनी पत्नी के साथ अधिकांश समय लदंन में रहती है। हालांकि वो साल 2010 से VIP Industries के साथ बतौर मैनेजिंग एडिटर के तौर पर जुड़ी हुई है. वहीं अर्पणा बायपोलर डिस्ऑर्डर केस से पीड़ित है।
उनकी दूसरी शादी शालिनी अग्रवाल से हुई, जिससे एक बेटी प्रियदर्शनी है. बच्चों का कारोबार को लेकर बेरूखी से परेशान दिलीप पीरामल अपनी कंपनी की हिस्सेदारी बेच रहे हैं.
बता दें कि दिलीप पीरामल, जो पीरामल एंटरप्राइजेज के चेयरमैन अजय पीरामल के बड़े भाई हैं. साल 1980 में दिलीप पीरामल फैमिली बिजनस से अलग हो गए थे, जिसके बाद उन्होंने VIP की शुरुआत की थी. बता दें कि आनंद पीरामल मुकेश अंबानी के समधी हैं. मुकेश अंबानी के इकलौती बेटी ईशा अंबानी की बेटी अजय पीरामल के बेटे आनंद पीरामल से हुई है।