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BIHAR DIWAS 2025 - बिहार दिवस पर गांधी मैदान में सिर्फ इतने रुपए में लगाएं फूड स्टॉल, पर्यटन विभाग ने दिया बड़ा ऑफर, जानें पूरा प्लान

BIHAR DIWAS 2025 - गांधी मैदान में बिहार दिवस पर हो रहे कार्यक्रम में फूड स्टॉल लगाने के लिए पर्यटन विभाग ने बड़ा ऑफर दिया है। जिसके लिए सिर्फ कुछ सौ रुपए खर्च करने होंगे। बता दें गांधी मैदान में बिहारी व्यंजनों का मेला लगेगा।

BIHAR DIWAS 2025 - बिहार दिवस पर गांधी मैदान में सिर्फ इतने रुपए में लगाएं फूड स्टॉल, पर्यटन विभाग ने दिया बड़ा ऑफर, जानें पूरा प्लान

PATNA - बिहार दिवस पर सरकार द्वारा गांधी मैदान भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें खाने पीने के भी कई फूड स्टॉल लगाए जा रहे हैं। इनमें सामान्य लोग भी अपना स्टॉल खोल सकते हैं। जिसके लिए बड़ी रकम भी खर्च करने की जरुरत नहीं होगी। सिर्फ एक हजार रुपए में यह फूड स्टॉल उपलब्ध कराया जाएगा। जिसके लिए पर्यटन विभाग ने बड़ा ऑफर दिया है। 

दरअसल, बिहार दिवस 2025 के अवसर पर गांधी मैदान पटना में पर्यटन विभाग द्वारा बिहारी व्यंजनों का मेला लगाया जाएगा। यह व्यंजन मेला बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम लि. द्वारा संचालित किया जाएगा, जहां आगंतुक बिहार के पारंपरिक स्वाद का आनंद ले सकेंगे। व्यंजन मेले में पुआ-खीर, बिहारी लिट्टी-चोखा से लेकर खुरमा-बेलग्रामी के साथ   अन्य व्यंजनों के स्टॉल लगाए जाएंगे। 

गांधी मैदान में व्यंजन मेला लगाने हेतु 220 फीट लम्बाई x 450 फीट चौड़ाई के कुल क्षेत्रफल में लगभग 50 फूड स्टॉल का निर्माण कराया जा रहा है। जहां बिहारी व्यंजन लगाने हेतु इच्छुक उद्यमियों को मात्र 1000/- रु में एक स्टॉल उपलब्ध कराया जाएगा। व्यंजन मेला में फूड स्टॉल का साईज 15' x 10' एवं किचेन एरिया की साईज 15' x 8' निर्धारित की गयी है। 

इस व्यंजन मेला में चूड़ा-घुघनी, सिलाव व सुपौल का खाजा, बाढ़ व धनरूआ की लाई, पुआ, खगड़िया का पेड़ा, सीतामढ़ी का खीर मोहन, मसालेदार सत्तू जूस, जलेबी, आरा की बेलग्रामी, खीर, पीठा, मूँग कचौरी, खोवे का बारा, बालूशाही, मक्के की रोटी-सरसों का साग, चाट, चॉमिन, लीची जूस, आंवला कैन्डी-पाचक, डोसा-इडली, कुल्हड़ चाय, गोलगप्पा, केसरिया कुल्फी, मुरब्बा, फलूदा ठंडई, नॉन भेज में आहूना मटन, बिहारी कवाब, चिकेन ताश इत्यादि व्यंजन स्टॉल आकर्षण के केंद्र होंगे। इस मेले में खाद्य सुरक्षा के सभी मानकों का पालन करते हुए पाकशाला व स्टॉल का संचालन और पूरे मेला परिसर में बेहतर कचरा प्रबंधन की भी व्यवस्था रहेगी।


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