Bihar election Result: शुरुआती रुझानों के बाद NDA प्रचंड जीत के ओर, इसके बावजूद शेयर बाज़ार में दिखी गिरावट

Bihar election Result: बिहार विधानसभा चुनाव के रुझानों के बीच भारतीय शेयर बाजार में गिरावट। जानें सेंसेक्स, निफ्टी, अमेरिकी व एशियाई बाजारों का हाल और आज बाजार पर असर डालने वाले कारक।

Bihar election Result
बिहार चुनाव रुझानों का शेयर बाजार पर प्रभाव- फोटो : social media

Bihar election Result: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे शेयर बाज़ार में उतार–चढ़ाव गहराता जा रहा है। आज सुबह 243 सीटों की गिनती के बीच NDA को बढ़त मिलती दिखी, लेकिन इसके बावजूद भारतीय शेयर बाज़ार ने कमजोरी के साथ कारोबार शुरू किया।देशभर की नजरें जहां बिहार के नतीजों पर टिकी रहीं, वहीं सुबह की ट्रेडिंग में निवेशकों का रुख काफी सतर्क दिखाई दिया।

सेंसेक्स–निफ्टी की कमजोरी से दिन की शुरुआत 

शुक्रवार को बाज़ार खुलते ही गिरावट दर्ज हुई।BSE सेंसेक्स शुरुआती मिनटों में ही नीचे खिसक गया और लगभग 418 अंक की कमजोरी के साथ 84,060 के आसपास खुला।इसी तरह निफ्टी ने भी कमजोर शुरुआत की और 25,770 के करीब लुढ़ककर ट्रेडिंग शुरू की।निवेशकों का मानना है कि चुनावी अनिश्चितता के समय वे जोखिम लेने से बचते हैं। बिहार के रिज़ल्ट आते-आते बाज़ार किस दिशा में जाएगा, इस पर सबकी निगाहें हैं।

बिहार चुनाव नतीजों का माहौल बाज़ार में बढ़ा रहा है सतर्कता

सुबह के रुझानों में NDA लगभग 135 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।हालांकि अभी अंतिम नतीजे आने बाकी हैं और यही अनिश्चितता बाज़ार को कमजोर कर रही है। वित्त विशेषज्ञ कहते हैं कि राजनीतिक स्थिरता हमेशा बाज़ार को शांत रखती है, लेकिन जैसे ही रुझान बदलते हैं, शेयर मार्केट तुरंत प्रतिक्रिया देता है।

अमेरिकी बाजार की गिरावट का भारी असर

आज भारतीय बाज़ार पर सबसे बड़ा दबाव अमेरिका से मिला।NASDAQ में तेज गिरावट देखी गई और यह लगभग 2.30 प्रतिशत नीचे बंद हुआ। Dow Jones और S&P 500 भी महीने की सबसे बड़ी गिरावट का सामना कर चुके हैं। अमेरिकी बाजार में हाल के दिनों में तेज उछाल के बाद मुनाफावसूली बढ़ी,जिसका सीधा दबाव एशियाई और भारतीय शेयर बाजारों पर भी दिखाई दिया।

एशियाई बाजारों में कमजोरी का सिलसिला

वॉल स्ट्रीट के असर से एशियाई बाजार भी लाल निशान में रहे। जापान का निक्केई तेज़ी से नीचे आया, दक्षिण कोरिया का कोस्पी भी बड़ी गिरावट का शिकार हुआ और हांगकांग सहित कई बाजार दबाव में रहे। इन सभी संकेतों ने भारतीय निवेशकों को और अधिक सावधान बना दिया।

डॉलर इंडेक्स स्थिर, लेकिन राहत सीमित 

डॉलर इंडेक्स अपने स्तर पर स्थिर रहा,जिससे वैश्विक वित्तीय माहौल में थोड़ी राहत दिखी,लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाज़ार की कमजोरी ने भारतीय ट्रेडिंग पर इसका प्रभाव सीमित कर दिया।

कच्चे तेल की कीमतें लगातार तीसरे हफ्ते नीचे

कच्चे तेल में हल्की शुरुआती तेजी के बावजूद इस हफ्ते भी गिरावट का रुझान कायम है। लगातार तीन हफ्तों से क्रूड ऑयल नीचे है,जो भारत के लिए आर्थिक रूप से सकारात्मक संकेत है, लेकिन आज बाज़ार की चाल पर तेल से ज़्यादा असर बिहार के चुनाव नतीजों का है।