Mutual Fund : भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच निवेशकों में चिंता बनी हुई है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि लंबी अवधि के वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सिस्टेमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान (SIP) में निवेश करना अभी भी एक अच्छा विकल्प है। भारतीय शेयर बाजार के रेगुलेटर, सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने भी SIP को लेकर सकारात्मक राय दी है और कहा कि यह निवेशकों के लिए इससे बेहतर समय नहीं हो सकता।
SIP का फायदा समय के साथ साफ नजर आता है, और कई म्यूचुअल फंड स्कीमों ने लगातार अच्छे रिटर्न दिए हैं। इन स्कीमों ने छोटे मासिक निवेश को बड़े पोर्टफोलियो में तब्दील करने का अवसर प्रदान किया है। एक उदाहरण के तौर पर, केनरा रोबेको म्यूचुअल फंड ने हाल ही में अपनी एक हाइब्रिड स्कीम के 32 साल पूरे किए हैं। इस स्कीम का नाम केनरा रोबेको इक्विटी हाइब्रिड फंड है, जो अपनी शुरुआत से ही बेहतरीन रिटर्न दे रहा है।
केनरा रोबेको इक्विटी हाइब्रिड फंड: शानदार रिटर्न और लंबी अवधि का निवेश
इस स्कीम का उद्देश्य इक्विटी और डेट निवेश का संतुलित पोर्टफोलियो बनाकर लंबी अवधि में कैपिटल ग्रोथ प्राप्त करना है। 1 फरवरी 1993 को शुरू हुई इस स्कीम का मकसद जोखिम डायवर्सिफाई करते हुए निवेशकों के लिए अच्छे रिटर्न की संभावना प्रदान करना है। इस फंड ने 31 दिसंबर 2024 तक अपनी प्रबंधन संपत्ति (AUM) के रूप में 10,747.36 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया है।
यदि कोई निवेशक इस फंड में शुरुआत से ही 10,000 रुपये का मासिक SIP करता, तो आज उसके पास लगभग 5.8 करोड़ रुपये होते। यही नहीं, इस फंड ने पिछले 1, 3 और 5 वर्षों में क्रमशः 15.23%, 11.91% और 15.53% का CAGR रिटर्न दिया है, जो इसके बेंचमार्क इंडेक्स से बेहतर है।
सिक्योरिटी और विविधता का संतुलन
इस स्कीम में 65-80% का निवेश इक्विटी और इक्विटी से संबंधित इंस्ट्रूमेंट्स में किया जाता है, जबकि शेष 20-35% का निवेश डेट और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में होता है। इसके प्रमुख होल्डिंग्स में HDFC बैंक, ICICI बैंक और इंफोसिस जैसी कंपनियां शामिल हैं।
इस प्रकार, केनरा रोबेको इक्विटी हाइब्रिड फंड का प्रदर्शन लंबी अवधि में निवेशकों के लिए काफी लाभकारी साबित हुआ है, और यह SIP के जरिए निवेश करने वालों के लिए एक शानदार विकल्प बनकर उभरा है।