क्या SIP को लगी नजर? गिरते बाजार में निवेशक क्यों हो रहे हैं सशंकित, जानें विशेषज्ञों के टिप्स
वर्तमान में म्यूचुअल फंड में निवेश की गति धीमी हो गई है, लेकिन यह एक अस्थायी स्थिति हो सकती है। बाजार में उतार-चढ़ाव से घबराने की बजाय, निवेशकों को अपनी एसआईपी जारी रखनी चाहिए और लंबी अवधि के फायदे के लिए निवेश को जारी रखना चाहिए।

शेयर बाजार में हालिया गिरावट ने निवेशकों को चौंका दिया है और म्यूचुअल फंड के एसआईपी (सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) को लेकर उनकी धारणा में बदलाव आया है। यह वही एसआईपी है, जिसे करोड़पति बनाने का एक सुनहरा तरीका माना जाता था। लेकिन अब, बाजार में लगातार गिरावट और निवेशकों में बढ़ती घबराहट के कारण म्यूचुअल फंड में निवेश में कमी आई है।
मार्केट गिरावट का असर:
फरवरी में बाजार में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी रहा और म्यूचुअल फंड के आंकड़े भी इसके असर से बच नहीं पाए। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के अनुसार, फरवरी में स्मॉलकैप और मिडकैप योजनाओं में निवेश में 26% की कमी आई, जिससे इक्विटी म्यूचुअल फंड निवेश 39,687 करोड़ रुपये से घटकर 29,303 करोड़ रुपये रह गया। इस गिरावट ने म्यूचुअल फंड के एसआईपी निवेशकों की संख्या पर भी प्रभाव डाला। फरवरी में एसआईपी के जरिए निवेश की राशि 25,999 करोड़ रुपये रही, जो पिछले तीन महीनों में सबसे कम है।
क्या करें निवेशक?
म्यूचुअल फंड के जानकारों के अनुसार, गिरते बाजार में घबराने की जरूरत नहीं है। अगर बाजार नीचे जा रहा है तो यह निवेशकों के लिए एक अच्छा मौका हो सकता है। जब बाजार गिरता है, तो एसआईपी के जरिए कम कीमत पर ज्यादा यूनिट्स खरीदी जा सकती हैं, जो भविष्य में अच्छा रिटर्न दे सकती हैं। बाजार के उतार-चढ़ाव के बावजूद, विशेषज्ञों का मानना है कि लंबे समय तक निवेश करना सही रणनीति है।
लॉन्ग टर्म निवेश की रणनीति:
विशेषज्ञों के अनुसार, म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए लॉन्ग टर्म दृष्टिकोण अपनाना जरूरी है। अगर आपने तीन साल या उससे ज्यादा के लिए एसआईपी में निवेश किया है, तो बाजार की अस्थिरता से घबराने की जरूरत नहीं है। कोरोना महामारी के समय जब बाजार में भारी गिरावट आई थी, तो कई निवेशकों ने एसआईपी को बढ़ाया था और आज उनका पैसा काफी बढ़ चुका है।
निवेश में धैर्य रखें:
याद रखें, बाजार में गिरावट के समय निवेशक केवल नुकसान में नहीं रहते, बल्कि जो निवेशक धैर्य रखते हैं, वे लंबे समय में अच्छा रिटर्न प्राप्त करते हैं। अत: अगर आप एसआईपी में निवेश कर रहे हैं तो इस वक्त की गिरावट को एक अवसर के रूप में देखें, ना कि समस्या के रूप में।