Reliance Industries: भारत के पेट फूड मार्केट में रिलायंस की एंट्री!जानें कितने सस्ते दामों में बेचेगा समान, क्या होगा इसका असर?

Reliance Industries: भारत के तेजी से बढ़ते पेट फूड मार्केट में रिलायंस उतर रही है। Waggies ब्रांड को Pedigree और Purina के मुकाबले 20–50% सस्ता बेचकर बड़ा गेम चेंजर बनने की तैयारी।

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पेट फूड मार्केट में रिलायंस - फोटो : social media

Reliance Industries:  भारत का पेट फूड उद्योग इन दिनों तेजी से विस्तार कर रहा है, और इसी बढ़ते बाजार में रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स ने अपने नए ब्रांड Waggies को लॉन्च करने का फैसला लिया है। रिलायंस जिस तरह पहले सॉफ्ट ड्रिंक और FMCG सेक्टर में कम कीमत के दम पर बड़ा बदलाव ला चुका है, उसी रणनीति को अब वह पेट फूड पर भी आज़माने जा रहा है।

Waggies की सबसे बड़ी खासियत इसका मूल्य होगा। यह ब्रांड वर्तमान में भारत के पेट फूड सेगमेंट पर कब्जा जमाए कंपनियों—Pedigree, Purina, Royal Canin, Godrej और Emami—की तुलना में लगभग बीस से पचास फीसदी तक सस्ता मिलने वाला है। इससे यह स्पष्ट है कि रिलायंस उन ग्राहकों को लक्ष्य बना रहा है जो महंगे ब्रांडों के कारण पेट फूड नियमित रूप से नहीं खरीद पाते। रिपोर्टों के अनुसार, रिलायंस अपने वितरकों को यह संदेश दे चुका है कि Waggies को केवल महानगरों तक सीमित नहीं रखा जाएगा। कंपनी इसे छोटे शहरों, किराना दुकानों और ग्रामीण बाजारों में भी उपलब्ध कराएगी। यदि ऐसा होता है, तो पहली बार भारत में किफायती पेट फूड बड़े पैमाने पर आम लोगों की पहुँच में होगा, और यह पूरी इंडस्ट्री की दिशा बदल सकता है।

Waggies की रणनीति—कम कीमत, तेज पहुंच और विशाल ग्राहक आधार

रिलायंस की योजना बेहद स्पष्ट है। कंपनी प्राइस डिसरप्शन मॉडल पर चलते हुए Waggies को ऐसे दाम पर उतारेगी जिसे देखकर ग्राहक आसानी से महंगे ब्रांड छोड़ सकते हैं।कम कीमत की वजह से पेट शॉप और किराना स्टोर भी इसे बिना हिचकिचाहट अपने काउंटर पर रख सकेंगे। यह वही तरीका है जिससे रिलायंस ने पेय पदार्थों और अन्य FMCG में बड़ी कंपनियों को अपने मूल्य घटाने पर मजबूर कर दिया था।रिलायंस के कंज्यूमर डिवीजन का लक्ष्य है कि उसके उत्पाद देश के लगभग साठ करोड़ उपभोक्ताओं तक पहुँचें। Waggies उसी मिशन का हिस्सा है, और पेट फूड क्षेत्र इसकी वजह से अगले कुछ वर्षों में पूरी तरह बदल सकता है।

भारत का पेट फूड उद्योग—हर साल दोगुनी हो रही मांग

भारतीय परिवारों में पालतू जानवरों की संख्या पिछले 5 वर्षों में लगातार बढ़ी है। शहरी घरों में खास तौर पर डॉग और कैट एडॉप्शन तेज़ हुआ है, जिसकी वजह से पेट फूड, ग्रूमिंग, दवाइयों और एक्सेसरीज़ की मांग कई गुना बढ़ गई है।Redseer के अनुमान बताते हैं कि भारत का पेट केयर मार्केट 2024 में जहां तीन अरब डॉलर से थोड़ा अधिक है, वहीं 2028 तक इसके सात अरब डॉलर तक पहुँचने की उम्मीद है। यह वृद्धि इस बात का संकेत है कि आने वाले समय में पेट फूड भारत में एक बड़ा उपभोक्ता उद्योग बन सकता है।वर्तमान में मार्केट में Pedigree, Purina, Drools, Supertails और Royal Canin जैसे ब्रांड मौजूद हैं, लेकिन इनमें से ज़्यादातर महंगे हैं और छोटे शहरों में आसानी से नहीं मिलते। इसी कमी को रिलायंस अपने नए उत्पाद से पूरा करना चाहता है।

क्या Waggies पेट फूड इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव ला सकता है?

पेट फूड ऐसा क्षेत्र है जहां कीमतें अक्सर ऊंची होती हैं और प्रीमियम ब्रांडों की पकड़ मजबूत रहती है। छोटे बाजारों में उपलब्धता कम होने के कारण कई पालतू पशु मालिक महंगे पैक नहीं खरीद पाते। Waggies इन चुनौतियों को सीधे प्रभावित कर सकता है।कम दाम, मजबूत वितरण चैन और ब्रांड विश्वसनीयता—ये तीन बातें मिलकर Waggies को इंडस्ट्री में एक बड़े डिसरप्टर की तरह स्थापित कर सकती हैं। इससे आने वाले वर्षों में अन्य कंपनियों को भी अपनी रणनीति बदलनी पड़ेगी।अगर रिलायंस अपनी गति बनाए रखता है, तो 2027 तक पूरे देश में Waggies की समान और व्यापक मौजूदगी देखने को मिल सकती है। इसके बाद पेट फूड बाजार पहले जैसा नहीं रहेगा।