सेंसेक्स में सातवें दिन भी बढ़त, लेकिन निफ्टी में गिरावट का दबाव: 25 मार्च का बाजार विश्लेषण

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share market- फोटो : Social Media

भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार, 25 मार्च को एक बार फिर सकारात्मक रुझान देखने को मिला। सेंसेक्स ने 32 अंक की बढ़त दर्ज करते हुए 78,017 के स्तर पर अपनी ट्रेडिंग समाप्त की, जबकि निफ्टी भी 10 अंक की तेजी के साथ 23,668 पर बंद हुआ। यह लगातार सातवां दिन है जब शेयर बाजार ने ऊपर की ओर रुख किया है, लेकिन इसके बावजूद निफ्टी पर गिरावट का दबाव बना रहा।

सेंसेक्स के 30 प्रमुख शेयरों में से 10 ने सकारात्मक प्रदर्शन किया, जबकि 20 शेयरों में गिरावट देखी गई। यह मिश्रित परफॉर्मेंस निवेशकों के लिए एक चेतावनी संकेत हो सकता है कि बाजार में ऊपर चढ़ने के बावजूद कुछ सेक्टरों में कमजोरी जारी है।

  • अल्ट्राटेक सिमेंट (+3.32%), बजाज फिनसर्व (+2.16%), और इंफोसिस (+1.71%) ने अपनी मजबूती का प्रदर्शन किया, लेकिन इसके बावजूद बाजार का सामान्य प्रदर्शन सकारात्मक से कहीं अधिक नकारात्मक नजर आया। वहीं, जोमैटो (-5.57%), इंडसइंड बैंक (-5.09%) और अडाणी पोर्ट्स (-1.89%) जैसे शेयरों में भारी गिरावट आई, जिससे बाजार की बढ़त पर ब्रेक लगा।

निफ्टी के 50 प्रमुख शेयरों में से 34 शेयरों में गिरावट आई, जो इस बात का संकेत है कि बाजार में कुछ सेक्टरों में कमजोरी का सामना हो रहा है। खासकर कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, मीडिया, मेटल, फार्मा और ऑयल एंड गैस सेक्टरों में लगभग 2% की गिरावट दर्ज की गई। यह गिरावट निवेशकों के लिए चिंता का कारण बन सकती है, क्योंकि बाजार की सकारात्मक दिशा के बावजूद इन क्षेत्रों में कमजोरी बनी हुई है।

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जब एक ओर कई बड़े शेयरों में गिरावट आई, तो दूसरी ओर कुछ कंपनियों ने अपनी मजबूती का अहसास कराया। अल्ट्राटेक सिमेंट और बजाज फिनसर्व जैसी कंपनियां अपने निवेशकों को अच्छे रिटर्न देने में सफल रही। वहीं, इंफोसिस जैसी दिग्गज आईटी कंपनी ने भी 1.71% की तेजी हासिल की, जबकि जोमैटो और इंडसइंड बैंक जैसी कंपनियों को भारी गिरावट का सामना करना पड़ा।

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आज का बाजार प्रदर्शन संकेत दे रहा है कि एक ओर जहां कुछ प्रमुख कंपनियों में सकारात्मकता बनी हुई है, वहीं दूसरी ओर कई सेक्टरों में कमजोरी देखने को मिल रही है। सेंसेक्स भले ही सकारात्मक बंद हुआ हो, लेकिन निफ्टी के गिरते हुए ट्रेंड ने संकेत दिया कि बाजार में अभी कुछ और उतार-चढ़ाव हो सकते हैं। यह स्थिति उन निवेशकों के लिए एक अलर्ट हो सकती है, जो बाजार में लांग टर्म निवेश की रणनीति बना रहे हैं।

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