Agniveer soldiers Scheme: अग्निवीरों के लिए SBI की नई पहल! स्वतंत्रता दिवस पर जवानों के लिए खास तोहफ़ा, बिना गारंटी मिलेगा पर्सनल लोन

Agniveer soldiers Scheme: भारतीय स्टेट बैंक ने अग्निपथ योजना के तहत भर्ती अग्निवीर जवानों के लिए बिना गारंटी 4 लाख रुपये तक का पर्सनल लोन लॉन्च किया है। जानें इस स्कीम की खासियतें, ब्याज दर और पात्रता।

Agniveer soldiers Scheme
SBI अग्निवीर लोन स्कीम - फोटो : SOCIAL MEDIA

Agniveer soldiers Scheme: भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने देश के 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एक ऐसी पहल शुरू की है, जो देश की सुरक्षा में सेवा देने वाले अग्निवीरों को आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह विशेष पर्सनल लोन स्कीम अग्निपथ भर्ती योजना के तहत सेवा दे रहे जवानों के लिए है। इस योजना के तहत, यदि किसी अग्निवीर का वेतन खाता SBI में है, तो वह 4 लाख रुपये तक का पर्सनल लोन बिना किसी गारंटी के प्राप्त कर सकता है।

सबसे खास बात यह है कि इस लोन पर कोई प्रोसेसिंग चार्ज नहीं लिया जाएगा, जिससे वित्तीय बोझ कम हो जाता है। यह कदम SBI की डिफेंस सैलरी पैकेज के तहत भारतीय सशस्त्र बलों के कल्याण के प्रति दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

पुनर्भुगतान अवधि और ब्याज दर

SBI की इस विशेष लोन स्कीम की पुनर्भुगतान अवधि अग्निपथ योजना की सेवा अवधि के अनुसार तय होगी, जिससे जवानों पर किस्त चुकाने का दबाव कम होगा।इसके साथ ही बैंक ने एक और अहम घोषणा की — 30 सितंबर 2025 तक सभी रक्षा कर्मियों को 10.50% की न्यूनतम ब्याज दर की सुविधा दी जाएगी। यह दर मौजूदा बाजार दरों की तुलना में प्रतिस्पर्धी है और सैनिकों के लिए अधिक अनुकूल है। SBI के चेयरमैन सी. एस. शेट्टी ने कहा कि जो लोग हमारी स्वतंत्रता की रक्षा कर रहे हैं, वे अपने भविष्य के निर्माण में हमारे अटूट समर्थन के हकदार हैं। यह शून्य-प्रसंस्करण शुल्क तो महज शुरुआत है।”

अग्निपथ योजना का पृष्ठभूमि

अग्निपथ योजना को 14 जून 2022 को केंद्रीय कैबिनेट ने मंजूरी दी थी। यह भारतीय युवाओं को चार वर्ष के लिए सेना में सेवा करने का अवसर देती है, जिसके बाद वे सेवानिवृत्त हो जाते हैं।इस योजना के तहत भर्ती होने वाले सैनिकों को अग्निवीर कहा जाता है।पहला बैच 2026 के अंत तक रिटायर होगा, और SBI की यह लोन स्कीम उनके वित्तीय भविष्य को ध्यान में रखकर तैयार की गई है।इस तरह यह कदम न केवल वर्तमान सेवा के दौरान, बल्कि सेवा के बाद भी, अग्निवीरों के आर्थिक स्थायित्व में मदद करेगा।