Vande Bharat Stone Pelting: बिहार में वंदे भारत पर फिर पथराव, खिड़कियों के शीशे टूटे, यात्रियो में दहशत

Vande Bharat Stone Pelting:बिहार में हाईस्पीड और हाईटेक ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस एक बार फिर असामाजिक तत्वों की शरारत का शिकार बन गई। ..

Vande Bharat Stone Pelting
बिहार में वंदे भारत पर फिर पथराव- फोटो : social Media

Vande Bharat Stone Pelting:बिहार में हाईस्पीड और हाईटेक ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस एक बार फिर असामाजिक तत्वों की शरारत का शिकार बन गई। भागलपुर-दुमका रेलखंड पर पंजवारा हॉल्ट के पास जमालपुर-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस पर सोमवार शाम करीब 5:15 बजे अज्ञात लोगों ने पत्थर बरसाए। तेज आवाज और खिड़कियों के टूटने से ट्रेन में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि सौभाग्य से किसी यात्री को गंभीर चोट नहीं पहुंची, लेकिन कोच सी-4 की कई खिड़कियां पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे ही ट्रेन पंजवारा हॉल्ट के नजदीक पहुंची, पटरी किनारे खड़े शरारती तत्वों ने अचानक पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। सी-4 कोच की सीट संख्या 61 से 63 और 65 से 72 तक खिड़कियां बुरी तरह चटक गईं। यात्रियों का कहना था कि आवाज इतनी तेज थी कि एक पल के लिए लगा ट्रेन पर कोई बड़ा हादसा हो गया है। बच्चे और महिलाएं सीट से उठकर गलियारे में खड़े हो गए।

घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की टीम मौके पर पहुंची। प्राथमिक जांच में पता चला कि पथराव कम उम्र के बच्चों द्वारा किया गया है। रेलवे ने दोषियों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। डीसीएम मालदा असीम कुमार कुल्लू ने कहा, “जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर सख्त कार्रवाई होगी। पथराव जैसे अपराधों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”

 इसी रेलखंड पर यह चौथी घटना है, जब वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव हुआ है। 17 अगस्त से इस ट्रेन की सेवा जमालपुर तक बढ़ाई गई है और तभी से इसका रखरखाव जमालपुर में हो रहा है। ट्रेन का विस्तार तो यात्रियों के लिए राहत साबित हुआ, लेकिन असामाजिक तत्वों के लिए यह ट्रेन मानो आसान निशाना बन गई है।

पूर्वी रेलवे के मालदा मंडल ने हाल ही में 16 अगस्त को बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया था। इसमें ग्रामीणों और यात्रियों को चेतावनी दी गई थी कि रेलवे ट्रैक पर चलना, मवेशी चराना, सिग्नल गियर से छेड़छाड़ और ट्रेनों पर पथराव करना रेलवे अधिनियम के तहत गंभीर अपराध है। पंपलेट बांटे गए, सभाएं की गईं, लेकिन इसके बावजूद घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं।