Bihar News: हल्दी से लौट रही महिला पर दरिंदगी की हदें पार, दुष्कर्म का प्रयास, ईंटों से सिर कुचला, हालत नाजुक
Bihar Crime: एक गांव में हल्दी समारोह से घर लौट रही एक महिला के साथ दुष्कर्म का प्रयास किए जाने और विरोध करने पर उस पर जानलेवा हमला किए जाने की खबर है।

Bihar News: मानवता शर्मसार, गोपालगंज उचकागांव में हल्दी समारोह से लौट रही एक असहाय महिला पर दुष्कर्म का घिनौना प्रयास किया गया। जब पीड़िता ने अपनी अस्मत बचाने की कोशिश की, तो दरिंदे ने हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए ईंटों से उसके सिर पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। लहूलुहान महिला जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है, जिससे पूरे इलाके में दहशत और गुस्से का माहौल है।
4 मई, 2025 की काली रात को उचकागांव थाना क्षेत्र के एक गांव में यह जघन्य अपराध हुआ। पीड़िता, जो खुशी-खुशी हल्दी की रस्म से अपने घर लौट रही थी, अंधेरे में घात लगाए बैठे झुनझुन सिंह नामक एक शैतान का शिकार बन गई। पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने अकेली महिला को पाकर उस पर बुरी नीयत से हमला किया।
पीड़िता की चीखें सुनकर दौड़े ग्रामीणों ने उसे खून से लथपथ पाया। तत्काल उसे गोपालगंज सदर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी गंभीर हालत को देखते हुए पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) रेफर कर दिया गया। फिलहाल, वह आईसीयू में जिंदगी के लिए संघर्ष कर रही है।
घटना के छह दिन बाद, 10 मई को पुलिस ने पीड़िता के रिश्तेदार की शिकायत पर आरोपी झुनझुन सिंह के खिलाफ हत्या के प्रयास और महिला की गरिमा भंग करने समेत कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है और उसे जल्द ही सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा।
इस भयावह घटना ने बिहार में महिलाओं की सुरक्षा के दावों की पोल खोल दी है। ग्रामीण इलाकों में महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल न होना एक गंभीर चिंता का विषय है। स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है और वे मांग कर रहे हैं कि आरोपी को ऐसी सजा मिले जो दूसरों के लिए सबक बने।
यह मामला न केवल गोपालगंज बल्कि पूरे बिहार के लिए एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। क्या हमारी बेटियां और बहनें अपने ही घरों के आसपास भी सुरक्षित नहीं हैं? अगर इस दरिंदे को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में नहीं लाया गया, तो यह कानून व्यवस्था पर से आम लोगों का भरोसा और भी कमजोर कर देगा। अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले में कितनी तत्परता दिखाती है और कब तक पीड़िता को इंसाफ दिला पाती है।