Bihar Crime:बिहार के अस्पताल में रात के अंधेरे में 'हुस्न की होम डिलीवरी', ऐसे खुली सेक्स रैकेट की कहानी
Bihar Crime:अब अस्पतालों की दीवारें भी वासना के सौदागरों से सुरक्षित नहीं रही?अस्पताल जैसे पवित्र स्थल को भी वासना की मंडी बना दिया गया।....

Bihar Crime: इलाके की शांत फिजा में एक बार फिर गुनाह की सरसराहट घुल गई है। यह घटना न केवल एक आपराधिक घटना है, बल्कि उस सामाजिक पतन की भी तस्वीर पेश करती है, जहां अस्पताल जैसे पवित्र स्थल को भी वासना की मंडी बना दिया गया।
महानगरों में देह व्यापार की ख़बरें आम हैं, लेकिन अब वही ‘धंधा’ कटिहार जैसे अपेक्षाकृत छोटे शहर में भी अपनी जड़ें जमा चुका है। कटिहार सदर अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था को धता बताकर दो महिलाएं कई रातों से इस परिसर में देह व्यापार का जाल बिछा रही थीं। इन महिलाओं को अस्पताल परिसर में संदिग्ध गतिविधियों के चलते सिक्योरिटी गार्डों ने रंगे हाथों दबोचा और तत्परता दिखाते हुए नगर पुलिस के हवाले कर दिया।
पूछताछ के दौरान दोनों महिलाओं ने कबूल किया कि वे कटिहार शहर के रिहायशी इलाकों—खासकर सालमारी और बारसोई—से संबंध रखती हैं, और बीते कुछ महीनों से वे घूम-घूम कर "सेक्स सर्विस" दे रही थीं। उनका यह भी कहना है कि उन्हें प्रति ग्राहक 400 से 500 रुपये तक मिल जाते हैं और वे हर रात लगभग 1500 से 2000 रुपये तक कमा लेती हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इन महिलाओं की गतिविधियां कुछ दिनों से अस्पताल में नजर में आ रही थीं। देर रात अक्सर संदिग्ध हालत में दिखाई देने पर महिला सुरक्षा गार्डों को इन पर शक हुआ। जब इनसे सख्ती से पूछताछ की गई, तो पूरा मामला सामने आ गया।
इस पूरे प्रकरण ने न सिर्फ कटिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि उस सामाजिक गिरावट को भी उजागर किया है जिसमें इंसानियत और मर्यादा के सारे बंधन टूटते दिख रहे हैं। अस्पताल जैसे स्थल को, जहां ज़िंदगी की उम्मीद दी जाती है, इस तरह देह व्यापार का अड्डा बना देना निश्चित ही शर्मनाक है।
फिलहाल नगर थाना पुलिस ने दोनों महिलाओं को हिरासत में ले लिया है और आगे की जांच में इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की तलाश की जा रही है। पुलिस इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि कहीं अस्पताल परिसर की सुरक्षा में लगे कर्मियों की मिलीभगत तो नहीं।यह घटना एक सवाल बनकर खड़ी है—क्या अब अस्पतालों की दीवारें भी वासना के सौदागरों से सुरक्षित नहीं रही?
रिपोर्ट- श्याम कुमार सिंह