Anant singh vs Sonu Monu: मोकामा गोलीकांड में गिरफ्तार किए गए सोनू सिंह को शुक्रवार को पुलिस ने बाढ़ कोर्ट में पेश किया. बुधवार को मोकामा के नौरंगा में सोनू-मोनू के गांव में गोलीबारी हुई थी. सोनू का आरोप था कि मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह ने उसके घर पर गोलीबारी की थी. वहीं अनंत सिंह ने सोनू-मोनू भाइयों पर गोली चलाने का आरोप लगाया.
वहीं आरोप-प्रत्यारोप के बीच शुक्रवार सुबह सोनू के पचमहला थाने में सरेंडर करने की खबर आई जिसे बाद में गिरफ्तारी बताई गई. वहीं सोनू के पुलिस के गिरफ्त में आने के बाद अनंत सिंह ने भी बाढ़ कोर्ट में सरेंडर कर दिया. उन्हें पटना के बेउर जेल में भेज दिया गया है. इस बीच अब सोनू सिंह को भी पटना के फुलवारी जेल में भेजे जाने की चर्चा है.
गोलीबारी के बाद तनाव
बुधवार शाम हुए मोकामा गोलीबारी में लगभग 10 से 20 राउंड गोलियां चली। बताया जा रहा है कि सोनू मोनू ने अपने मुंशी मुकेश सिंह के घर पर ताला लगा दिया था जिसके बाद मुंशी ने बाहुबली नेता और पूर्व विधायक अनंत सिंह से मदद मांगी। अनंत सिंह ने पहले अपने समर्थकों को मुंशी के घर पर ताला खुलवाने भेजे इसके बाद वो खुद भी वहां पहुंच गए। इस दौरान दोनों पक्षों में गोलीबारी हुई। इस गोलीबारी में अनंत सिंह के एक समर्थक को गोली भी लगी। इसके बाद से ही मोकामा में तनावपूर्ण माहौल था।
अनंत सिंह ने किया आत्म समर्पण
एसडीपीओ राकेश कुमार ने कहा कि, एफआईआर दर्ज करने के बाद कार्रवाई की जा रही थी। इस घटना में रौशन और सोनू सिंह की गिरफ्तारी हुई है। जिसके बाद अनंत सिंह ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। एसडीपीओ ने बताया कि अनंत सिंह फरार थे लेकिन पुलिस के दबिश के कारण बाढ़ कोर्ट में सरेंडर कर दिए। उन्होंने कहा कि पूरे घटनाक्रम में 4 मामला दर्ज हुआ है पहला एफआईआऱ मुंशी मुकेश सिंह के द्वारा कराया गया है सोनू-मोनू पर घर पर ताला लगाने जाने के आरोप में। दूसरा एफआईआर पूर्व विधायक अनंत सिंह पर सोनू-मोनू के द्वारा कराया गया है। सोनू मोनू के घर पर गोलीबारी का मामला दर्ज कराया गया था। तीसरा एफआईआर मुखिया उर्मिला देवी के द्वारा किया गया है गोलीबारी की मामला को लेकर। वहीं चौथा एफआईआर अनंत सिंह के घायल समर्थक के द्वारा किया गया है।