Bihar News: फिल्मी स्टाइल में मुजफ्फरपुर पुलिस की धमाकेदार कार्रवाई, रेप केस के फरार आरोपी को घर से दबोचा
Muzaffarpur: मुजफ्फरपुर में एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म की सनसनीखेज घटना को अंजाम देने वाले फरार आरोपी को आखिरकार मुजफ्फरपुर पुलिस ने फिल्मी अंदाज में गिरफ्तार कर लिया।

Muzaffarpur: मुजफ्फरपुर जिले के औराई थाना क्षेत्र में बीते अगस्त 2024 में एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म की सनसनीखेज घटना को अंजाम देने वाले फरार आरोपी संजय सहनी को आखिरकार मुजफ्फरपुर पुलिस ने फिल्मी अंदाज में गिरफ्तार कर लिया। महीनों तक पुलिस को चकमा देने के बाद, गुप्त सूचना के आधार पर औराई पुलिस ने रविवार (18 मई, 2025) देर शाम आरोपी के घर पर छापेमारी कर उसे धर दबोचा। इस कार्रवाई ने न केवल पुलिस की तत्परता को दर्शाया, बल्कि क्षेत्र में कानून-व्यवस्था के प्रति विश्वास को भी मजबूत किया।
मामला अगस्त 2024 का है, जब औराई थाना क्षेत्र के मटिहानी गांव निवासी संजय सहनी, पिता कमलेश सहनी, ने एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था। पीड़िता के परिजनों की शिकायत के आधार पर औराई पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कांड संख्या 164/24 दर्ज किया। यह मामला भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 64 (रेप) के तहत दर्ज किया गया। पुलिस ने तुरंत छापेमारी शुरू की, लेकिन आरोपी संजय सहनी लगातार फरार चल रहा था और पुलिस की पकड़ से बाहर था।
लंबे समय तक फरार रहने के बाद, रविवार देर शाम औराई पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि संजय सहनी अपने घर मटिहानी गांव में मौजूद है। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने तुरंत एक विशेष टीम गठित की और आरोपी के घर पर छापेमारी की। पुलिस की इस कार्रवाई को जिस अंदाज में अंजाम दिया गया, वह किसी फिल्मी दृश्य से कम नहीं था। औराई थाना के अनुसंधानकर्ता सनोबर प्रवीण ने बताया कि संजय सहनी पुलिस की नजरों से बचने के लिए लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था, लेकिन गुप्त सूचना के आधार पर उसे उसके घर से ही दबोच लिया गया।
औराई थाना अध्यक्ष राजा सिंह ने इस गिरफ्तारी को पुलिस की बड़ी सफलता करार दिया। उन्होंने बताया कि संजय सहनी को गिरफ्तार कर लिया गया है और सोमवार (19 मई, 2025) को उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। थाना अध्यक्ष ने कहा, "हमारी टीम ने अथक प्रयासों के बाद आरोपी को पकड़ा। यह कार्रवाई दर्शाती है कि अपराधी कितना भी छिपने की कोशिश करे, कानून के शिकंजे से बच नहीं सकता।" अनुसंधानकर्ता सनोबर प्रवीण ने भी पुष्टि की कि आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार सक्रिय थी और इस मामले में अब आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
यह घटना मुजफ्फरपुर में हाल के महीनों में सामने आई कई आपराधिक वारदातों में से एक है। इस मामले में पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती आरोपी को पकड़ना थी, क्योंकि संजय सहनी लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था। गुप्त सूचना और तकनीकी सहायता के जरिए पुलिस ने इस चुनौती को पार किया। अब पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या इस वारदात में संजय सहनी के साथ कोई अन्य व्यक्ति भी शामिल था। साथ ही, पीड़िता और उसके परिवार को न्याय दिलाने के लिए पुलिस और प्रशासन पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
संजय सहनी की गिरफ्तारी मुजफ्फरपुर पुलिस की सक्रियता और अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति का एक और उदाहरण है। इस कार्रवाई ने न केवल पीड़िता के परिवार को न्याय की उम्मीद दी है, बल्कि समाज में यह संदेश भी दिया है कि अपराधी कानून के शिकंजे से नहीं बच सकते। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि कोर्ट में इस मामले की सुनवाई कैसे आगे बढ़ती है और क्या संजय सहनी को उसके कृत्य की उचित सजा मिल पाती है। इस बीच, यह घटना बिहार में महिलाओं की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को मजबूत करने की आवश्यकता को फिर से रेखांकित करती है।
रिपोर्ट-मणिभूषण शर्मा