Patna News: साइलेंसर लगाकर डॉ. सुरभि राज को मारी गई 7 गोलियां, सीसीटीवी में भी नहीं दिखा संदिग्ध, पुलिस को इन पर है शक
Patna News: पुलिस का मानना है कि हत्या करने वाला व्यक्ति या तो अस्पताल के पीछे के दरवाजे से भागा या वह पहले से ही वहां मौजूद था।....

Patna News:डॉ. सुरभि राज, जो अगमकुआं थाना क्षेत्र के धनुकी मोड़ स्थित एशिया अस्पताल की संचालिका थीं,को शनिवार को उनके चैंबर में घुसकर सात गोलियां मारी गईं। यह घटना दोपहर के समय हुई, जब अस्पताल में अन्य कर्मचारी और मरीज भी मौजूद थे। आश्चर्यजनक रूप से, गोली चलने की आवाज किसी ने नहीं सुनी और न ही किसी संदिग्ध को अस्पताल में आते-जाते देखा गया। यह बात पुलिस के लिए एक बड़ा सवाल बनी हुई है कि आखिरकार ऐसा कैसे संभव हुआ कि इतने बड़े अपराध के दौरान कोई भी व्यक्ति सतर्क नहीं हुआ।
रविवार को पोस्टमार्टम के बाद गुलबी घाट पर शव का दाह संस्कार करा दिया गया। रविवार को अगमकुआं थानाध्यक्ष नीरज कुमार पांडे के साथ पुलिस की टीम ने एशिया अस्पताल पहुंचकर मामले की तफ्तीश की। सारे साक्ष्य दोबारा से खंगाले।
एसएसपी अवकाश कुमार ने बताया कि घटना के बाद सुरभि के खून के निशान धो दिए गए थे, जिससे यह स्पष्ट होता है कि साक्ष्य मिटाने की कोशिश की गई थी। यह तथ्य भी सामने आया है कि पुलिस को इस घटना की सूचना दो घंटे बाद दी गई थी, जिससे संभावित सबूतों को नष्ट करने का अवसर मिला।
अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों का विश्लेषण किया जा रहा है। हालांकि, केवल एक कैमरा काम कर रहा था, जिसमें कोई संदिग्ध दिखाई नहीं दिया। पुलिस का मानना है कि हत्या करने वाला व्यक्ति या तो अस्पताल के पीछे के दरवाजे से भागा या वह पहले से ही वहां मौजूद था।
सुरभि के पति राकेश रौशन ने अपने ससुर को कॉल करते समय गोली लगने की बात छिपाई थी, जो संदेह पैदा करता है। इसके अलावा, कुछ दिन पहले ही अस्पताल में CCTV कैमरे बदले गए थे, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या यह हत्या की योजना का हिस्सा था।
राजेश रोशन और सुरभि राज ने सात वर्ष पूर्व विवाह किया था। उनके दो संतानें हैं। दो दिन पहले सुरभि के छोटे बेटे रुद्राक्ष, जिसे डुग्गू के नाम से जाना जाता है, का जन्मदिन था। यह उत्सव बाजार समिति के एक हॉल में आयोजित किया गया था। परिवार के सदस्यों ने बताया कि पहले जन्मदिन के अवसर पर अयोध्या जाने की योजना बनाई गई थी, लेकिन अस्पताल में ऑडिट के कारण उन्हें इस यात्रा को रद्द करना पड़ा।
रिपोर्ट- अनिल कुमार