Daroga Bharti Exam: दारोगा भर्ती परीक्षा में भी सेंध! पटना में दो मुन्ना भाई गिरफ्तार, नीट माफिया से कनेक्शन की आशंका
Daroga Bharti Exam: बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग की रविवार को आयोजित मद्य निषेध विभाग के अवर निरीक्षक (दारोगा) पद की लिखित परीक्षा भी माफिया के जाल से नहीं बच सकी!

Daroga Bharti Exam: बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग की रविवार को आयोजित मद्य निषेध विभाग के अवर निरीक्षक (दारोगा) पद की लिखित परीक्षा भी माफिया के जाल से नहीं बच सकी! पटना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो ऐसे मुन्ना भाइयों को धर दबोचा है जो इस परीक्षा में धांधली करने की कोशिश कर रहे थे। इस घटना ने एक बार फिर बिहार में परीक्षाओं की शुचिता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
शास्त्री नगर और कंकड़बाग पुलिस ने रविवार को आयोजित मद्य निषेध दारोगा की लिखित परीक्षा में नकल और दूसरे की जगह परीक्षा देने के आरोप में दो छात्रों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अब इस बात की गहन जांच में जुट गई है कि इन मुन्ना भाइयों का कुख्यात नीट माफिया संजीव मुखिया के गैंग से कोई संबंध तो नहीं है।
जानकारी के अनुसार, शास्त्री नगर इलाके के एक परीक्षा केंद्र पर वीक्षकों ने नीतीश कुमार नामक एक छात्र को मोबाइल फोन के साथ पकड़ा। पूछताछ में पता चला कि वह गया का रहने वाला है और परीक्षा के दौरान मोबाइल से प्रश्न पत्र की तस्वीरें बाहर भेजने की फिराक में था। वहीं, एक अन्य घटना में कंकड़बाग स्थित चिरैयाटांड़ के एक सेंटर पर सुजीत कुमार नामक युवक को दूसरे अभ्यर्थी की जगह परीक्षा देते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। सुजीत भी गया के टेकारी का निवासी बताया जा रहा है।
इस संबंध में शास्त्री नगर और कंकड़बाग थाने में अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और पुलिस मामले की गहराई से छानबीन कर रही है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इन गिरफ्तार छात्रों का किसी संगठित गिरोह से संबंध है और क्या इस धांधली में नीट माफिया संजीव मुखिया का भी हाथ है।
यह घटना बिहार में प्रतियोगी परीक्षाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार की एक और कड़वी सच्चाई उजागर करती है। पुलिस की तत्परता से दो आरोपियों की गिरफ्तारी तो हुई है, लेकिन इस पूरे रैकेट का पर्दाफाश करना और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकना एक बड़ी चुनौती है। क्या बिहार पुलिस इस बार परीक्षा माफिया के नेटवर्क को ध्वस्त करने में सफल हो पाएगी, यह देखना महत्वपूर्ण होगा।