कांग्रेस नेत्री मोना पासवान के आवास पर विजिलेंस की छापेमारी, पति मिथिलेश रिश्वत लेते पकड़े गए, जानिए रिश्वत, रेड और सूटकेस वाला रहस्य!
Patna vigilance Raid: एक ऐसा ऑपरेशन जो पाँच घंटे तक चलता रहा और जिसमें बाथरूम से लेकर किचन तक सूटकेस खोजे जाते रहे।
Patna vigilance Raid: पटना के गुलज़ारबाग पॉलिटेक्निक कॉलेज का माहौल शनिवार को उस वक़्त अपराध की गंध से भर गया, जब छात्रावास सुपरिटेंडेंट और प्रोफेसर मिथिलेश कुमार को 1.5 लाख रुपए की रिश्वत लेते विजिलेंस ने रंगे हाथ दबोच लिया। यह गिरफ्तारी बॉयज हॉस्टल के दफ्तर से हुई, जहाँ वह कथित तौर पर ‘कमीशन का हिसाब-किताब’ पक्का कर रहे थे। मेस संचालक संदीप कुमार दुबे उर्फ़ रौनक से 9 छात्रों के हिसाब से कमीशन माँगने और काम में रोड़ा अटकाने की शिकायत ने इस पूरे खेल का भंडाफोड़ कर दिया।
रिश्वत की रकम हाथ में आते ही सादे लिबास में मौजूद निगरानी टीम ने प्रोफेसर को जकड़ लिया। पूछताछ के बाद देर रात कुम्हरार, बजरंगपुरी स्थित फ्लैट पर छापेमारी चली एक ऐसा ऑपरेशन जो पाँच घंटे तक चलता रहा और जिसमें बाथरूम से लेकर किचन तक सूटकेस खोजे जाते रहे। कई बार कॉल पर खुद मिथिलेश ने घर में अलग-अलग जगहों पर 30–40 लाख रुपए भरे सूटकेस होने का दावा किया था, लेकिन विजिलेंस टीम को एक भी सूटकेस हाथ नहीं लगा। पूरा ऑपरेशन अंत में खाली हाथ खत्म हुआ, लेकिन शक और सवालों की परतें और मोटी हो गईं।
मिथिलेश नालंदा के रहने वाले हैं। परिवार भी कम चर्चित नहीं छोटा भाई दारोगा, पत्नी मोना पासवान कांग्रेस की सक्रिय नेत्री, जिला परिषद सदस्य रह चुकीं और विधानसभा चुनाव लड़ चुकीं। दो बच्चे मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे हैं। ऐसे रसूखदार परिवार के बीच यह रिश्वत कांड अब पॉलिटेक्निक कैंपस से लेकर राजनीतिक गलियारों तक चर्चाओं में है।
फ्लैट पर छापेमारी के दौरान मोना पासवान शादी समारोह से लौटकर देवर और बेटी संग पहुँचीं। टीम ने हर कोना खंगाला अलमारी, बेडबॉक्स, सिंक की खाली जगहें, बाथरूम की टाइल्स तक कथित कैश वाला सूटकेस ग़ायब रहा।अब सवाल यह है कि क्या प्रोफेसर ने टीम को गलत लोकेशन दी, या सूटकेस किसी सेफ हाउस में पहले ही शिफ्ट हो चुका था?इस पूरे खेल ने झोला भर कमीशन से लेकर लाखों के काले कैश तक की भ्रष्टाचार की अंडरग्राउंड दुनिया को बेनक़ाब कर दिया है। पटना अब यही पूछ रहा है कि कौन है इस ‘सूटकेस सिंडिकेट’ का असली मास्टर?