Sonu-Monu on Anant singh : मोकामा के हुई गैंगवार की एक घटना में पूर्व विधायक अनंत सिंह और सोनू-मोनू गिरोह के बीच गोलीबारी में तीन अलग अलग एफआईआर दर्ज की गई है. वहीं सोनू की ओर से अनंत सिंह पर आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने उसके गांव में घुसकर गोलीबारी की. दूसरी ओर अनंत सिंह का दावा है कि सोनू-मोनू ने गांव में किसी के घर पर ताला जड़ दिया था. इसी मामले में पंचायती करने वे गए थे जब सोनू-मोनू ने उनके काफिले पर गोली चला दी.
वहीं सोनू ने 'न्यूज़4नेशन' से विशेष बातचीत में कई खुलासे किए हैं. इसमें सोनू-मोनू ने अपने गुरु का नाम भी उजागर किया है जिनका अनंत सिंह के साथ खून का रिश्ता है. एक्सक्लूसिव बातचीत में सोनू ने घटना के वक्त वे कहाँ थे इसे लेकर भी बड़ा दावा किया है.
सोनू ने 'न्यूज़4नेशन' से बातचीत में बताया कि अनंत सिंह से हमारी कोई अदावत नहीं रही है. हम शिष्य विवेका पहलवान के हैं. उन्होंने पुत्र जैसा हमारा पालन पोषण किया. हम गरीब घर के थे. लेकिन प्रतिष्ठित और शिक्षित परिवार से रहे हैं. पिता-चाचा सब पढ़े-लिखे लोग रहे हैं. पिता वकील रहे हैं. हम दोनों भाइयों (सोनू-मोनू) को विवेका पहलवान का साथ मिला. इसलिए हम खुद को उनका शिष्य मानते हैं. सोनू ने दावा किया कि जिस समय उनके गांव में गोलीबारी की घटना हुई उस समय वह खेत में पटवन कर रहा था.
कौन हैं विवेका पहलवान
विवेका पहलवान और अनंत सिंह एक दूसरे के गोतिया हैं. दोनों रिश्ते में चाचा-भतीजा लगते हैं. अनंत- विवेका की दुश्मनी भी कई वर्षों तक चली. दोनों के बीच इसे लेकर कई बार टकराव के मामले सामने आए जिसमें गोलीबारी होने के आरोप भी लगे. दोनों की दुश्मनी में कई बार फायरिंग हुई थी, जिसमें कई लोगों की जान गई. कहा जाता है कि इसी दौरान विवेका पहलवान ने अपने गुट को मजबूत करने के लिए कई लोगों को शामिल किया. इसी में सोनू-मोनू को विवेका पहलवान का साथ मिला और दोनों भाई अभी भी खुद को विवेका पहलवान का शिष्य बताते हैं.
9 साल जेल में रहे थे विवेका पहलवान
अनंत सिंह के सबसे बड़े दुश्मन कहे जाने वाले विवेका पहलवान लगभग 9 साल जेल में रहे थे. हालाँकि पिछले कुछ वर्षों में दोनों के बीच दुश्मनी खत्म हो गई. अनंत सिंह और विवेका पहलवान ने पुरानी दुश्मनी को भूलकर एक साथ आगे का रास्ता तय करने की पहल की. वर्ष 2022 में हुए मोकामा विधानसभा उपचुनाव में अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी के पक्ष में विवेका पहलवान ने चुनाव प्रचार भी किया था.
विधायक जी इंतजार करिए...जवाब देंगे...
सोनू ने अनंत सिंह को चेतावानी देते हुए कहा कि अनंत सिंह से राजनीतिक बगावत जारी रहेगा वो अनंत सिंह को शस्त्र और शास्त्र का अंतर समझाएंगे। विधानसभा चुनाव में वो इसका जवाब देंगे। सोनू ने कहा कि ये लड़ाई 69 साल के बूढे़ वर्सेज 34 साल के नौजवान के बीच है। अनंत सिंह को कोई कुछ जाकर बोला और वो हमसे आकर पूछे भी नहीं हम से बात तो करते। आकर सीधे फायरिंग करने लगे। ये तो वही बात हुई कि सुग्रीव के कहने पर भगवान राम ने बाली को मार दिया और बाली से एक बार उसका पक्ष भी नहीं पूछा... सोनू ने कहा कि अनंत सिंह आकर एक बार बात करते लेकिन अब अनंत सिंह समय का इंतजार करें। उनको राजनीतिक स्तर पर जवाब दिया जाएगा।