Breaking News: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या 12 अक्टूबर को मुंबई में कर दी गई। इस घटना में तीन हमलावरों ने उन पर गोलियां चलाईं। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान करनैल सिंह और धर्मराज कश्यप के रूप में हुई है। इन दोनों आरोपियों ने पूछताछ के दौरान दावा किया कि वे लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े हैं।हत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है लेकिन गिरफ्तार दो आरोपियों ने बिश्नोई गैंग से जुड़े होने का दावा किया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने बताया कि उन्होंने बाबा सिद्दीकी के घर और दफ्तर की रेकी की थी और वे पिछले 25-30 दिनों से इस वारदात की योजना बना रहे थे। उन्हें इस काम के लिए पहले से पैसे दिए गए थे और कुछ दिन पहले ही उन्हें हथियारों की डिलीवरी मिली थी। यह भी जानकारी मिली है कि ये आरोपी किसी अन्य व्यक्ति के इशारे पर काम कर रहे थे, जो उन्हें अंदरूनी जानकारी प्रदान कर रहा था।
अभी तक लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन सूत्रों के अनुसार बाबा सिद्दीकी का सलमान खान जैसे बॉलीवुड सितारों से करीबी संबंध होने के कारण उन्हें निशाना बनाया गया हो सकता है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार दोनों पकड़े गए आरोपियों ने दावा किया है कि वो लॉरेंस बिश्नोई गैंग से हैं। तीनों आरोपी ऑटो रिक्शा से बांद्रा ईस्ट शूटिंग स्पॉट पर आए थे बाबा सिद्दीकी के वहां पहुंचने से कुछ देर पहले ही तीनों आरोपी घटनास्थल पर पहुंच गए थे और उनके आने का इंतजार कर रहे थे। गिरफ्तार दोनों आरोपियों के नाम करनैल सिंह और धर्मराज कश्यप है जो हरियाणा और उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। मुंबई के लीलावती अस्पताल में मृत घोषित करने के बाद बाबा सिद्दीकी का शव मुंबई के कूपर अस्पताल ले जाया गया। कूपर अस्पताल में बाबा सिद्दीकी का पोस्टमार्टम किया गया।
बाबा सिद्दिकी के हत्या की मुंबई क्राइम ब्रांच गहन जांच कर रही है। तीसरे आरोपी की तलाश जारी है और पुलिस ने चार विशेष टीमों का गठन किया है ताकि उसे पकड़ा जा सके। पुलिस सूत्रों का कहना है कि बाबा सिद्दीकी को हाल ही में कोई धमकी नहीं मिली थी, लेकिन एक करीबी सूत्र ने बताया कि उन्हें 15 दिन पहले जान से मारने की धमकी दी गई थी। वहीं सूत्रों के अनुसार दो सिंतबर से तीनों आरोपी कुर्ला में किराए के घर में रह रहे थे, जिसका किराया 14 हजार रुपये और हत्या को अंजाम देने के लिए आरोपियों ने ढाई से तीन लाख रुपये लिए थे.