New Year 2025: नए साल के जश्न को लोग अपने-अपने अंदाज में मनाते हैं। कुछ लोग मंदिर जाकर पूजा करते हैं, तो कुछ नाच-गाने और पार्टियों के साथ नए साल का स्वागत करते हैं। वहीं, कई लोग शराब का सेवन कर जश्न मनाते हैं। राज्यवार आंकड़ों के अनुसार, कुछ राज्यों में नए साल के जश्न के दौरान करोड़ों रुपये की शराब की बिक्री हुई, जो चौंकाने वाला है।
उत्तर प्रदेश में शराब की भारी खपत
उत्तर प्रदेश में नव वर्ष के मौके पर कुल 600 करोड़ रुपये की शराब बेची गई। नोएडा में लोगों ने अकेले 14 करोड़ रुपये की शराब का सेवन किया। यह जानकारी जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि नव वर्ष की पूर्व संध्या पर कुल 126 टेम्परेरी लाइसेंस जारी किए गए थे, जिससे 13 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। मेरठ में भी शराब की खपत अधिक रही, जहां 4 करोड़ रुपये की शराब की बिक्री हुई।
दिल्ली-एनसीआर और अन्य राज्यों में शराब की खपत
दिल्ली-एनसीआर में नव वर्ष के मौके पर 400 करोड़ रुपये की शराब की बिक्री हुई।
कर्नाटक में यह आंकड़ा 308 करोड़ रुपये रहा।
तेलंगाना में 402 करोड़ रुपये की शराब बिकी।
केरल में शराब की बिक्री 108 करोड़ रुपये रही।
उत्तराखंड में 15 करोड़ रुपये की शराब बिकी, जबकि यहां 600 करोड़ रुपये का बार लाइसेंस जारी किया गया था। हिमाचल प्रदेश में क्रिसमस से लेकर नए साल तक 21 लाख रुपये की शराब की खपत हुई।
ऑनलाइन एप्स पर चखने की भी जोरदार बिक्री
शराब के साथ चखने के तौर पर भी ऑनलाइन एप्स पर आलू भुजिया, चिप्स और आइस क्यूब की बिक्री भारी मात्रा में दर्ज की गई। नए साल के जश्न के दौरान विभिन्न राज्यों में शराब की इतनी बड़ी मात्रा में खपत ने शराब उद्योग को भारी मुनाफा दिलाया और साथ ही इसके सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी प्रभावों पर भी सवाल खड़े किए हैं।