Maa Durga Puja: हिंदू धर्म में शुक्रवार का दिन मां दुर्गा की पूजा के लिए विशेष रूप से समर्पित है। इस दिन मां दुर्गा की आराधना करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं और वे संकटों से मुक्त होते हैं। यह मान्यता है कि मां दुर्गा अपने भक्तों पर कृपा बरसाती हैं, विशेषकर जब उनकी पूजा विधिपूर्वक की जाती है।
पूजा का समय और तैयारी
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पूजा के लिए ब्रह्म मुहूर्त का समय सबसे श्रेष्ठ होता है। सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि करने के बाद देवी मां की पूजा करनी चाहिए। इसके लिए आवश्यक सामग्री एकत्रित करें, जिसमें धूप, दीप, नैवेद्य (भोग), फल, मौली और लाल रंग के फूल शामिल हों। लाल रंग देवी दुर्गा को प्रिय होता है।
पूजा विधि
स्थान तैयार करें: एक लकड़ी के पटरे पर लाल कपड़ा बिछाएं और उस पर मां दुर्गा की मूर्ति या फोटो स्थापित करें।
आरंभिक क्रियाएँ: देवी को सबसे पहले जल अर्पित करें। इसके बाद उन्हें वस्त्र, बिंदी, लाल सिंदूर आदि अर्पित करें।
दुर्गा चालीसा का पाठ: इसके बाद दुर्गा चालीसा का पाठ करना चाहिए। यह पाठ मां दुर्गा को प्रसन्न करने में सहायक होता है।
आरती: अंत में देवी की आरती करें और “ॐ श्री दुर्गाय नमः” मंत्र का जाप करें। यह मंत्र मानसिक, आर्थिक और शारीरिक परेशानियों को दूर करने में मदद करता है।
विशेष उपाय
शुक्रवार को व्रत रखने और कन्याओं को भोजन कराने से भी मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इससे परिवार में ऐश्वर्य और वैभव आता है। शुक्रवार को मां दुर्गा की पूजा विधिपूर्वक करने से भक्तों को सुख-समृद्धि और सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है।