Saraswati Puja 2025: मां सरस्वती की पूजा शैक्षणिक संस्थानों से लेकर घर-घर में पूरी निष्ठा के साथ की जाती है। यह पूजा विशेष रूप से विद्या और ज्ञान की देवी के रूप में महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस पूजा में चढ़ाए जाने वाले फलों के प्रसाद का भी विशेष महत्व होता है, क्योंकि इनमें कई ऐसे औषधीय गुण होते हैं जो शरीर को गंभीर बीमारियों से बचाने में मददगार होते हैं। आयुर्वेद, होमियोपैथी और आधुनिक चिकित्सा विशेषज्ञ भी इन फलों के स्वास्थ्य लाभ की पुष्टि करते हैं।
सरस्वती पूजा में चढ़ाए जाने वाले फलों के औषधीय गुण
केसौर (Kaith)
केसौर एक पौष्टिक फल है जिसमें विटामिन ए, सी, ई, फॉलिक एसिड, सेलेनियम, और बीटा कैरोटिन जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं। इसका सेवन करने से कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं:
स्किन ग्लोइंग में सुधार होता है।
कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।
कब्ज की समस्या से राहत दिलाता है।
वजन कम करने में सहायक है।
दिल और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से बचाव करता है।
माजर (Majar)
माजर में प्रचुर मात्रा में फाइबर, बीटा कैरोटीन, और विटामिन ए होते हैं। इसके सेवन से कई बीमारियों से राहत मिलती है, जैसे:
पेट और आंत की बीमारियां दूर होती हैं।
आंखों की रोशनी बढ़ती है और मोतियाबिंद से बचाव होता है।
उच्च रक्तचाप की समस्या को नियंत्रित करता है।
कैंसर की रोकथाम में सहायक है।
बेर (Ber)
बेर में विटामिन्स, पोटैशियम, फॉस्फोरस, आयरन, जिंक, मैंगनीज, और नाइट्रिक ऑक्साइड जैसे पोषक तत्व होते हैं। इसका सेवन कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाता है:
ब्लड फ्लो में सुधार करता है।
हाई बीपी को नियंत्रित करता है।
दिल की बीमारियों से बचाव करता है।
हड्डियों को मजबूत बनाता है।
तनाव और चिंता से राहत देता है।
मां सरस्वती की पूजा
मां सरस्वती की पूजा के दौरान चढ़ाए जाने वाले प्रसाद में छिपे फलों के औषधीय गुण हमें स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। ये फल न केवल मौसमी बीमारियों से बचाते हैं, बल्कि शरीर को कैंसर, दिल की बीमारियों, और तनाव जैसी समस्याओं से भी दूर रखते हैं। इसलिए इन फलों का सेवन पूजा के प्रसाद के रूप में ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य लाभ के लिए भी करना चाहिए।