Bihar School News : HPV वैक्सीन लगते ही बीमार हुईं छात्राएं, मचा हड़कंप , परिजनों ने किया हंगामा, पुलिस पहुंची स्कूल
Bihar School News : सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए दी जा रही HPV वैक्सीन के बाद कई छात्राएं अचानक बीमार पड़ गईं, जिससे स्कूल परिसर में अफरा-तफरी और दहशत का माहौल बन गया।

Bihar School News :सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए दी जा रही HPV वैक्सीन के बाद कई छात्राएं अचानक बीमार पड़ गईं, जिससे स्कूल परिसर में अफरा-तफरी और दहशत का माहौल बन गया। घटना बांका जिले के आदर्श बालिका उच्च विद्यालय, अमरपुर का है।
वैक्सीनेशन के कुछ ही देर बाद छात्राओं को पेट दर्द, चक्कर, उल्टी और सांस लेने में दिक्कत जैसी शिकायतें हुईं।बात फैलते ही विद्यालय परिसर में अफरा-तफरी मच गई और स्कूल प्रशासन ने अमरपुर रेफरल अस्पताल को सूचना दी।स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और बीमार छात्राओं को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
कई छात्राएं बीमार रहीं, जिससे अभिभावकों में बेचैनी और नाराज़गी बढ़ गई।हालांकि, अब सभी छात्राओं की हालत स्थिर बताई जा रही है और उन्हें निगरानी में रखा गया है।
घटना की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में परिजन स्कूल पहुंच गए।उन्होंने टीकाकरण में लापरवाही और बिना सहमति टीका देने का आरोप लगाया।हंगामा इतना बढ़ा कि अमरपुर थाना की पुलिस को मौके पर आना पड़ा, जिसने समझा-बुझाकर स्थिति को शांत किया।
बीमार छात्राओं में रानी कुमारी (कक्षा-8), आयुसी कुमारी, लच्छो कुमारी, परमिला कुमारी, नेहा कुमारी, साक्षी कुमारी, मीना कुमारी, छोटी कुमारी, चंचल कुमारी, प्रिया कुमारी, सुप्रिया कुमारी, काजल कुमारी, खुशी कुमारी, अलका, मुस्कान, रानी सोनाली, चांदनी, सोनाक्षी, खुशी खातून, नेहा कुमारी शामिल है। अस्पताल प्रशासन ने कहा किHPV वैक्सीन कभी-कभी कुछ किशोरियों में हल्की और अस्थायी प्रतिक्रिया पैदा कर सकती है, जो सामान्य बात है। सभी बच्चियों को सावधानी से निगरानी में रखा गया है।
HPV वैक्सीन (सर्वाइकल कैंसर रोधी वैक्सीन) 9 से 14 वर्ष की किशोरियों को दी जाती है।यह टीका सर्वाइकल कैंसर जैसे गंभीर रोगों से सुरक्षा प्रदान करता है।इसे सरकारी राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत मुफ्त लगाया जा रहा है।बिना जानकारी और सहमति के बच्चों को टीका न लगाया जाए।हर वैक्सीनेशन से पहले लिखित सहमति पत्र लिया जाए।टीका लगने से पहले स्वास्थ्य जांच और काउंसलिंग अनिवार्य की जाए।
रिपोर्ट- चंद्रशेखर भगत