B.Ed News: बीएड करने वाले छात्रों के लिए बड़ी खबर, अब चार वर्ष में BA-BAC के साथ करें B.ED, जानिए कैसे लें नामांकन
B.Ed News: वर्ष 2024 में चार वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स के लिए लगभग 1.53 लाख छात्रों ने आवेदन किया था, जबकि दो वर्षीय बीएड के लिए 2.74 लाख पंजीकरण हुए थे। पूर्व में नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) ने अधिकांश चार वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स पर रोक

B.Ed News: बीए और बीएससी के साथ-साथ बीएड करने की चाह रखने वाले युवाओं के लिए बड़ी राहत की खबर है। हालांकि इसका फायदा केवल राजस्थान के छात्र-छात्राओं को ही मिलेगा। वहीं साल 2026 से देशभर के अभ्यर्थी इसका लाभ ले सकेंगे। दरअसल, राज्य में चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीए और बीएससी-बीएड कोर्स एक बार फिर शुरू किया जा रहा है। इससे छात्र-छात्राओं को न सिर्फ एक साल की बचत होगी, बल्कि समय और पैसों की भी बचत होगी।
15 जून को होगा एग्जाम
विशेषज्ञों के अनुसार, इस फैसले से सबसे अधिक लाभ शेखावाटी अंचल को मिलेगा। राज्य के कुल 457 इंटीग्रेटेड बीएड कॉलेजों में से 40 कॉलेज अकेले झुंझुनूं जिले में स्थित हैं। एक कॉलेज में औसतन 100 सीटें होने के कारण हजारों छात्रों को उच्च शिक्षा और शोध के बेहतर अवसर मिलेंगे। बीए और बीएससी-बीएड कोर्स में प्रवेश के लिए प्री-टीचर एजुकेशन टेस्ट (PTET) 15 जून 2025 को आयोजित किया जाएगा। यह परीक्षा वर्धमान महावीर ओपन यूनिवर्सिटी, कोटा द्वारा करवाई जाएगी। इन कोर्सों के लिए ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 16 मई थी।
इस साल से शुरु हो रहे आवेदन
गौरतलब है कि वर्ष 2024 में चार वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स के लिए लगभग 1.53 लाख छात्रों ने आवेदन किया था, जबकि दो वर्षीय बीएड के लिए 2.74 लाख पंजीकरण हुए थे। पूर्व में नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) ने अधिकांश चार वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स पर रोक लगा दी थी लेकिन अब उस रोक को हटा दिया गया है। इस सत्र से बीए, बीएससी-बीएड इंटीग्रेटेड कोर्स में दाखिले शुरू होंगे।
2026 से राज्यभर के अभ्यर्थी ले सकेंगे एडमिशन
बताया जा रहा है कि वर्ष 2026 से यह प्रवेश परीक्षा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की जाएगी। जिसकी जिम्मेदारी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी या अन्य किसी केंद्रीय एजेंसी को दी जा सकती है। देशभर में फिलहाल 754 कॉलेजों में यह इंटीग्रेटेड कोर्स संचालित हो रहा है। जिनमें से अकेले राजस्थान में 457 कॉलेज हैं। शेखावाटी क्षेत्र में इनकी संख्या सर्वाधिक है। जिससे प्रदेश के साथ-साथ अन्य राज्यों के छात्र भी यहां की ओर आकर्षित होंगे।