Bihar Education News: शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला, ट्रांसफर-पोस्टिंग पर नया आदेश, नियम तोड़ने वाले शिक्षक रडार पर

Bihar Education News: शिक्षकों के स्थानांतरण से कई विद्यालयों में शिक्षण कार्य पर असर पड़ा है।शिक्षा विभाग ने एक तत्काल समाधानात्मक आदेश जारी किया है...

Bihar Education News
नियम तोड़ने वाले शिक्षक रडार पर- फोटो : Meta

Bihar Education News:बिहार के विद्यालयों में शिक्षकों के बड़े पैमाने पर स्थानांतरण ने शिक्षण कार्य को अस्थिर कर दिया है। कई विद्यालयों में छात्र-शिक्षक अनुपात गड़बड़ा गया है, तो कहीं विशेष विषयों के शिक्षक ही अनुपस्थित हो गए हैं। इस स्थिति को नियंत्रण में लाने हेतु शिक्षा विभाग ने एक तत्काल समाधानात्मक आदेश जारी किया है, जिसमें आवश्यकता वाले विद्यालयों में निकटतम विद्यालयों से शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति का प्रावधान किया गया है।

माध्यमिक शिक्षा निदेशक दिनेश कुमार द्वारा मंगलवार को जारी इस आदेश में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि जिन विद्यालयों में स्थानांतरण के उपरांत शिक्षकों की संख्या मानक से कम हो गई है, वहाँ के लिए पास के विद्यालयों से अतिरिक्त शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की जाए। आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि प्रतिनियुक्ति उसी विषय के शिक्षकों की होगी, जिससे शिक्षण की गुणवत्ता पर कोई प्रतिकूल असर न पड़े।

प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि जिन विद्यालयों से शिक्षक प्रतिनियुक्त होंगे, उनके शैक्षणिक कार्य पर कोई प्रभाव न पड़े। साथ ही, प्रतिनियुक्त शिक्षकों का पूरा विवरण ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर दर्ज करना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके साथ एक प्रतिनियुक्ति पंजी भी संधारित की जाएगी, जिसमें यह दर्ज होगा कि किस शिक्षक को, किस विद्यालय से, किस आदेश के अंतर्गत, किस विद्यालय में प्रतिनियुक्त किया गया है।

अनुपालन न करने वाले शिक्षकों पर विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है। जिला शिक्षा पदाधिकारियों को आदेश दिया गया है कि वे इस दिशा-निर्देश का अक्षरशः पालन करें।

स्थानांतरण के बाद यह संभावना बनी है कि कई विद्यालयों में छात्र संख्या के अनुसार शिक्षक नहीं बचे हैं, या कुछ विशिष्ट विषयों के शिक्षक ही अब वहाँ कार्यरत नहीं हैं। साथ ही, नव नियुक्त प्रधान शिक्षक, जो पूर्व में अन्य विद्यालयों में पदस्थ थे, अब पदोन्नत होकर अन्यत्र स्थानांतरित हो गए हैं, जिससे भी असंतुलन उत्पन्न हुआ है।

इन्हीं स्थितियों के मद्देनज़र शिक्षा विभाग ने विद्यालय-वार शिक्षक स्थिति की समीक्षा का आदेश भी दिया है। प्रत्येक जिला शिक्षा पदाधिकारी  को निर्देशित किया गया है कि वे अपने जिले के सभी विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति की समीक्षा करें और यह मूल्यांकन करें कि अब वास्तव में कितने शिक्षक विद्यालयों में कार्यरत हैं और कितनों का योगदान अब तक लंबित है।