Bihar Teacher News:तीसरे चरण में चयनित 51,389 शिक्षकों का स्कूल आवंटन शुरू, इस जिले से धमाकेदार शुरुआत, एक हफ्ते में सभी को होगी तैनाती!
Bihar Teacher News: बिहार लोक सेवा आयोग के तीसरे चरण में चयनित 51,389 नवनियुक्त शिक्षकों के लिए स्कूल आवंटन की प्रक्रिया शनिवार से शुरू हो चुकी है।

Bihar Teacher News: बिहार में शिक्षा के क्षेत्र में एक नया इतिहास रचा जा रहा है। बिहार लोक सेवा आयोग के तीसरे चरण में चयनित 51,389 नवनियुक्त शिक्षकों के लिए स्कूल आवंटन की प्रक्रिया शनिवार से शुरू हो चुकी है। इस महत्वाकांक्षी प्रक्रिया की शुरुआत अरवल जिले से हुई, जिसने शिक्षा विभाग की तेजी और प्रतिबद्धता को दर्शाया। विभाग ने साफ कर दिया है कि अगले एक हफ्ते के भीतर सभी शिक्षकों को उनके स्कूल आवंटित कर दिए जाएंगे, जिसके बाद योगदान की प्रक्रिया के लिए अलग से दिशा-निर्देश जारी होंगे।
अरवल से शुरू, पूरे बिहार में हलचल
शिक्षा विभाग ने शनिवार को 11 जिलों में स्कूल आवंटन की प्रक्रिया शुरू की। अरवल जिले के शिक्षकों को सबसे पहले तैनाती दी गई, और इसकी सूचना उनके मोबाइल फोन पर भी भेजी जा रही है। विभाग के इस कदम से न केवल शिक्षकों का इंतजार खत्म हो रहा है, बल्कि बिहार के सरकारी स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। अगले सात दिनों में बाकी सभी जिलों के शिक्षकों को भी स्कूल आवंटित कर दिए जाएंगे। आवंटन के बाद, जिला स्तर पर पदाधिकारी और स्कूलों के प्रधानाध्यापक नवनियुक्त शिक्षकों के योगदान को सुनिश्चित करेंगे। यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और व्यवस्थित तरीके से हो रही है, ताकि किसी भी शिक्षक को असुविधा न हो।
मार्च में मिला था नियुक्ति पत्र, अब तैनाती का इंतजार खत्म
गौरतलब है कि तीसरे चरण के इन 51,389 शिक्षकों को मार्च 2025 में ही औपबंधिक नियुक्ति पत्र सौंपा जा चुका है। इसके बाद से ही ये शिक्षक अपने स्कूल आवंटन का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। दो महीने पहले पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित एक भव्य समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 8 जिलों के 10,000 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए थे। बाकी शिक्षकों को 30 जिलों में जिला मुख्यालय स्तर पर नियुक्ति पत्र सौंपे गए थे। इस समारोह में सीएम नीतीश ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा, "हाथ उठाकर बताइए, आप लोग पढ़ाएंगे ना?" उन्होंने बिहार में शिक्षा के क्षेत्र में किए गए सुधारों पर जोर देते हुए कहा कि 2023 से शुरू हुई शिक्षक बहाली प्रक्रिया के तहत तीन चरणों में कुल 2,68,548 नए शिक्षकों की नियुक्ति हो चुकी है। यह बिहार के लिए एक अभूतपूर्व उपलब्धि है।
"2005 से पहले की स्थिति और आज का बिहार"
सीएम नीतीश ने अपने संबोधन में 2005 से पहले की स्थिति का जिक्र करते हुए कहा, "उस वक्त शाम होते ही लोग घरों से बाहर नहीं निकलते थे। पटना में भी सन्नाटा पसर जाता था। लेकिन आज बिहार का माहौल बदल चुका है।" उन्होंने शिक्षा और सामाजिक सुधारों पर जोर देते हुए कहा कि लड़के-लड़कियों में कोई भेद नहीं है। "लड़का-लड़की सब बराबर हैं। पहले की सरकारें महिलाओं पर ध्यान नहीं देती थीं, लेकिन हमने उन्हें हर क्षेत्र में आगे बढ़ाया। बच्चे को जन्म मां ही देती है, महिलाओं का योगदान अतुलनीय है।"
शिक्षा विभाग की रणनीति और भविष्य की योजना
शिक्षा विभाग ने इस विशाल आवंटन प्रक्रिया को चरणबद्ध और व्यवस्थित तरीके से पूरा करने की रणनीति बनाई है। स्कूल आवंटन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद योगदान की प्रक्रिया शुरू होगी, जिसके लिए विभाग जल्द ही विस्तृत दिशा-निर्देश जारी करेगा। यह कदम न केवल शिक्षकों के लिए राहत लेकर आया है, बल्कि बिहार के लाखों छात्र-छात्राओं के लिए भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करेगा।
51,389 शिक्षकों की तैनाती बिहार में शिक्षा के क्षेत्र में एक नया युग शुरू करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। यह प्रक्रिया न केवल सरकारी स्कूलों में शिक्षक-छात्र अनुपात को बेहतर करेगी, बल्कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में शिक्षा की गुणवत्ता को भी बढ़ाएगी। सीएम नीतीश कुमार की सरकार ने शिक्षक बहाली को अपनी प्राथमिकता बनाया है, और इस दिशा में किए जा रहे प्रयास बिहार को शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण हैं। बिहार में 51,389 शिक्षकों के स्कूल आवंटन की शुरुआत अरवल से हो चुकी है, और एक हफ्ते में सभी शिक्षकों को तैनाती मिल जाएगी।