नीतीश कुमार को बिहार का मुख्यमंत्री बनाने वाले नेता को आज याद कर रहा पूरा भारत, बिहार से खास नाता जोड़कर जीत लिया चुनाव
नीतीश कुमार पहली बार वर्ष 2000 के विधानसभा चुनाव के बाद सीएम पद की शपथ ली. फिर 2005 में सीएम बने लेकिन उन्हें सीएम पद किनके आशीर्वाद से मिला इसका जिक्र नीतीश ने खुद किया है.

Nitish Kumar: नीतीश कुमार के लिए इन दिनों जदयू की ओर से एक नारा गढ़ा गया है, '2025 फिर से नीतीश'. बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए की ओर से नीतीश कुमार को सीएम चेहरे के तौर पर पेश किया जा रहा है. लेकिन नीतीश कुमार को सबसे पहले किस नेता के आशीर्वाद से सीएम की कुर्सी मिली इसका किस्सा भी रोचक है. संयोग से 16 अगस्त को उस नेता को पूरा देश याद कर रहा है. हम बात कर रहे हैं अटल बिहारी वाजपेयी की. अटल बिहारी वाजपेयी की 16 अगस्त को पुण्यतिथि है. जिनके नाम का जिक्र करते हुए नीतीश कुमार भी कह चुके हैं अटल बिहारी वाजपेयी ने ही मुझे दो दो बार सीएम बनाया.
दरअसल, नीतीश कुमार पहली बार वर्ष 2000 के विधानसभा चुनाव के बाद सीएम पद की शपथ ली. हालांकि पूर्ण बहुमत नहीं होने के कारण उन्होंने मात्र 7 दिनों में पद छोड़ दिया. कहा जाता है कि तब नीतीश कुमार को सीएम बनाने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी ने ही पहल की थी. अटल उस समय देश के प्रधानमंत्री थे. वहीं बाद में वर्ष 2005 में जब एनडीए को बिहार में बहुमत आया तब नीतीश कुमार को फिर से अटल बिहारी वाजपेयी का आशीर्वाद मिला. वे दूसरी बार मुख्यमंत्री बने. संयोग से उस आशीर्वाद का ऐसा असर हुआ करीब 20 साल से नीतीश बिहार के मुख्यमंत्री हैं. (जीतन राम मांझी कुछ समय के लिए सीएम बने थे)
हमको तो अटल जी न बनाए हैं
एनडीए छोड़कर दो बार राजद के साथ मिलकर बिहार में सरकार बनाने को नीतीश कुमार अपनी सबसे बड़ी गलती बता चुके हैं. उन्होंने कई मौकों पर इसे दोहराया है. पिछले वर्ष ही एक चुनावी जनसभा में नीतीश ने यह भी दोहराया कि उनसे दो बार गलती हो गई कि वे एनडीए का साथ छोड़कर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के साथ चले गए थे. नीतीश कुमार ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि दो बार वो गलत लोगों के साथ चले गए, लेकिन जब पता चला कि वे गड़बड़ करते हैं तो वापस भाजपा के साथ आ गए। उन्होंने एक बार फिर साफ किया कि वे अब दोबारा कभी एनडीए छोड़कर नहीं जाएंगे और दाएं-बाएं नहीं करेंगे. हमको तो अटल जी न बनाए हैं.
आप बिहार के हैं मैं बिहारी
अटल बिहारी वाजपेयी के वो शब्द-शब्द बिहार को याद आ जाते हैं, जब वे भाषणों में कहा करते थे- आप बिहारी, मैं अटल बिहारी. अटल बिहारी का बिहार से पुराना नाता रहा. उन्होंने अपने सियासी सफर में बिहार से ऐसा नाता जोड़ा कि वे यहां के न सिर्फ कई नेताओं बल्कि जनता के बड़े वर्ग के पसंदीदा नेता. नतीजा रहा कि वे खुद को कहते थे 'आप बिहार के हैं मैं बिहारी हूँ.' उनके इस खास नाते का असर बिहार में भाजपा के मजबूत होने और एनडीए की जीत में दिखा.
नीतीश ने की श्रद्धांजलि
अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्य तिथि के अवसर पर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान तथा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पाटलिपुत्रा पार्क, पटना में स्व० अटल बिहारी वाजपेयी जी की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की बड़ी मूर्ति पिछले साल ही 2024 में अटल बिहारी पार्क पाटलिपुत्र में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा लगवाई गई थी इसका अनावरण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था।