मगध की सियासत में बड़ा उलटफेर, दिग्गज भूमिहार जगदीश शर्मा के बेटे राहुल शर्मा राजद में शामिल, तेजस्वी का मास्टर स्ट्रोक

Bihar Election 2025 : पूर्व सांसद जगदीश शर्मा के बेटे और पूर्व विधायक राहुल शर्मा आज जेडीयू छोड़कर आरजेडी में शामिल हो गए. वे भूमिहार जाति से आते हैं. इसे मगध राजनीति में इसे बड़ा उलटफेर माना जा रहा है क्योंकि तेजस्वी इसी बहाने न सिर्फ मगध में बल्कि भूमिहार बहुल कई सीट पर बड़ा असर डालेंगे. जगदीश शर्मा मगध क्षेत्र में भूमिहार समाज के प्रभावशाली नेता माने जाते हैं और इस समाज पर उनकी अच्छी पकड़ है. अब उनके बेटे के रादज में आने से राजद को मगध में बड़ा फायदा होना तय माना जा रह है. वहीं नीतीश कुमार को बड़ा झटका है.
पूर्व सांसद ने छोड़ा साथ
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सीएम नीतीश को एक और बड़ा राजनीतिक झटका लगा है। पूर्णिया के पूर्व सांसद और JDU के वरिष्ठ नेता संतोष कुशवाहा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. वे तेजस्वी यादव की मौजूदगी में राजद में शामिल हो गए. इसे सीमांचल के इलाके में नीतीश कुमार के लिए सबसे बड़ा झटका माना जा रहा है. सूत्रों की मानें तो संतोष कुशवाहा लेशी सिंह के खिलाफ चुनावी मैदान में ताल ठोक सकते हैं। लेशी सिंह फिलहाल धमदाहा से विधायक हैं और एक फिर जदयू की टिकट पर उन्हें धमदाहा से टिकट मिलना तय है। ऐसे में संतोष कुशवाहा राजद की टिकट से धमदाहा से लेशी सिंह के खिलाफ मैदान में उतरेंगे।
इस कारण छोड़ा जदयू का साथ
पार्टी सूत्रों के अनुसार, संतोष कुशवाहा पिछले कुछ महीनों से JDU नेतृत्व से नाराज चल रहे थे। बताया जा रहा है कि संगठन में उन्हें लगातार दरकिनार किया जा रहा था। वहीं टिकट बंटवारे में उनकी अनदेखी ने असंतोष को और बढ़ा दिया। इसी नाराजगी के चलते उन्होंने अब JDU से नाता तोड़ने का फैसला कर लिया है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि संतोष कुशवाहा का RJD में शामिल होना सीमांचल में JDU के लिए संगठनात्मक नुकसान साबित हो सकता है और आगामी चुनाव में महागठबंधन को बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभा सकता है।
बांका सांसद गिरधारी के बेटे भी अलग
बांका से जेडीयू सांसद गिरधारी यादव के बेटे चाणक्य प्रकाश RJD में शामिल हो गए. यह तेजस्वी यादव की बड़ी सियासी उपलब्धि मानी जा रही है. वे नीतीश कुमार के घर में सेंधमारी करने में सफल रहे. चाणक्य प्रकाश के पिता गिरधारी यादव को नीतीश कुमार के पसंदीदा सासंदों में गिना जाता है. लेकिन उनके लिए बड़ा झटका है कि उनके सांसद का बेटा ही जदयू छोड़ चुका है. वे बांका से ही राजद के प्रत्याशी हो सकते हैं.