Bihar Election 2025: बिहार में चुनाव प्रचार का शोर थमा, अंतिम चरण का मतदान कल, 20 जिलों की 122 सीटों पर वोटिंग, पहले चरण का टूटेगा रिकॉर्ड?

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को अब शोर थम गया है। कल अंतिम चरण का मतदान होना है। 20 जिलों के 122 सीटों पर मतदान होना है। अब देखना होगा कि पहले चरण से अधिक वोटिंग प्रतिशत होती है या कम

महागठबंधन
122 सीटों पर मतदान - फोटो : social media

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी सातवें आसमान पर है। विधानसभा चुनाव का शोर अब थम गया है। दूसरे और अंतिम चरण का मतदान कल यानी 11 नवंबर को होना है। 14 नवंबर को मतगणना होनी है। चुनाव का शोर थमते ही करीब एक महीने से जारी नेताओं के तीखे हमले और सियासी जुबानी जंग पर फिलहाल विराम लग गया है। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को हुआ था, जिसमें रिकॉर्ड 65.08 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। 

20 जिलों की 122 सीटों पर वोटिंग

दूसरे चरण में 20 जिलों की 122 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। इनमें पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, बांका, जमुई, नवादा, गया, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल, कैमूर और रोहतास शामिल हैं। इस चरण में कुल 1,302 उम्मीदवार मैदान में हैं। जिनमें 1,165 पुरुष, 136 महिलाएं और एक तृतीय लिंग प्रत्याशी शामिल हैं। वहीं 3.70 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। राज्य भर में 45,399 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 40,073 ग्रामीण और 5,326 शहरी बूथ शामिल हैं।

पहले चरण में महिलाओं ने दिखाया उत्साह

पहले चरण में आजादी के बाद सबसे अधिक मतदान 65.08 प्रतिशत हुआ। खास बात यह रही कि महिलाओं ने पुरुषों से ज्यादा वोट डाले। महिलाओं का मतदान प्रतिशत 69.04 रहा, जबकि पुरुषों का 61.56 प्रतिशत। मीनापुर सीट पर सर्वाधिक 77.54 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। अब देखना होगा कि दूसरे चरण में कितना प्रतिशत मतदान होता है। दूसरे चरण में मतदान प्रतिशत पहले चरण से अधिक होता है या नहीं? 

नेताओं का अंतिम दौर का प्रचार अभियान

प्रचार के आखिरी दिन रविवार को गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने अभियान को अंतिम रूप दिया। राहुल गांधी ने सीमांचल के किशनगंज और पूर्णिया में रैलियां कीं। वे अब तक 15 जनसभाएं कर चुके हैं। उन्होंने ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान मिले जनसमर्थन का जिक्र किया, हालांकि ‘वोट चोरी’ के उनके आरोप बड़े चुनावी मुद्दे में नहीं बदल पाए।

अमित शाह का सबसे व्यापक प्रचार अभियान

गृह मंत्री अमित शाह ने इस चुनाव में सबसे व्यापक प्रचार अभियान चलाया। उन्होंने अब तक 37 सभाएं की हैं और रविवार को सासाराम तथा अरवल में जनसभाएं कीं। ये दोनों इलाके बीजेपी के लिए चुनौतीपूर्ण माने जाते हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने गृह राज्य उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे औरंगाबाद और कैमूर जिलों में प्रचार किया।

प्रधानमंत्री मोदी की रैलियां और रोड शो

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान 14 रैलियां और एक रोड शो किया। यह चुनाव उनके सघन प्रचार के लिए भी याद किया जा रहा है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने पहली बार बिहार में प्रचार किया। उन्होंने 10 रैलियां और एक रोड शो किया, हालांकि खराब मौसम के कारण उनका एक कार्यक्रम रद्द करना पड़ा।

बीजेपी-जदयू गठबंधन और विपक्षी रणनीति

भाजपा के स्टार प्रचारकों में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, शिवराज सिंह चौहान, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा, एमपी के सीएम मोहन यादव, और अभिनेता-सांसद रवि किशन व मनोज तिवारी शामिल रहे। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे और आंध्र प्रदेश के मंत्री नारा लोकेश ने भी एनडीए के लिए प्रचार किया। अब 11 नवंबर को वोटिंग के बाद 14 नवंबर को मतगणना होगा। देखना होगा कि इस बार सत्ता की चाभी किसके हाथों में होती है।