पहले चरण में 121 सीटों पर वोटिंग कल, 73 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति तो हर तीसरे उम्मीदवार पर FIR, इतने प्रत्याशी निरक्षर, आंकड़े देख चौंक जाएंगे आप
Bihar Election 2025: पहले चरण के 121 सीटों पर कल मतदान होगा। मतदान के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है। पहले चरण में 1314 उम्मीदवार मैदान में हैं जिनमें से कई करोड़पति, हर तीसरे उम्मीदवार पर FIR तो कई उम्मीदवार निरक्षर है....
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल अब अपने चरम पर है। पहले चरण के मतदान का प्रचार प्रसार थम गया है। कल यानी 6 नवंबर को पहले चरण का मतदान होना है। मतदान को लेकर सभी तैयारियों को अंतिम रुप दिया जा रहा है। पहले चरण में 18 जिलों के 121 सीटों पर मतदान होना है। कल सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरु हो जाएगी। प्रदेश के 243 सीटों पर 2 चरणों में मतदान होना है। पहले चरण में 3.75 करोड़ मतदाता 1314 उम्मीदवारों का किस्मत तय करेंगे। इस बार का विधानसभा चुनाव कई मायनों में रोचक है। चुनाव में 73 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति हैं तो वहीं हर तीसरे प्रत्याशी पर एफआईआर दर्ज है। 1314 उम्मीदवारों में 423 उम्मीदवार पर केस दर्ज है। वहीं दूसरी ओर मोकामा में चुनावी प्रचार के दौरान हुए हिंसा, दुलारचंद की हत्या और अनंत सिंह के जेल जाने से सियासी सरगर्मी सातवें आसमान पर है।
इन जिलों में कल होगी वोटिंग
पहले चरण में जिन जिलों में वोटिंग होगी उनमें पटना, भोजपुर, बक्सर, गोपालगंज, सीवान, सारण, मुजफ्फरपुर, वैशाली, दरभंगा, समस्तीपुर, मधेपुरा, सहरसा, खगड़िया, बेगूसराय, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा और नालंदा शामिल हैं। ये जिले राजनीतिक रूप से बेहद अहम माने जाते हैं, खासकर दरभंगा, मुंगेर और पटना डिवीजन की सीटें चुनावी नतीजों को काफी हद तक प्रभावित कर सकती हैं।
पहले चरण में 73% प्रत्याशी करोड़पति
पहले चरण में कुल 1314 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। इनमें से 73% यानी 961 उम्मीदवार करोड़पति हैं। सबसे अमीर उम्मीदवार भाजपा के कुमार प्रणय (मुंगेर) हैं, जिनकी संपत्ति ₹170.81 करोड़ है। वहीं, सीपीआई (एमएल) के प्रत्याशी प्रृंदावन राज सी के पास सिर्फ ₹37 हजार की संपत्ति है। 519 प्रत्याशियों के पास 1 करोड़ से अधिक की संपत्ति है। जिनमें से 64 के पास 5 करोड़ तो 29 के पास 10 करोड़ से अधिक संपत्ति के मालिक हैं।
हर तीसरे उम्मीदवार पर एफआईआर
पहले चरण के मतदान में हर तीसरे उम्मीदवार पर एफआईआर दर्ज है। पहले चरण के 423 प्रत्याशियों (32%) के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें 354 (27%) गंभीर अपराधों में आरोपी हैं। 33 पर हत्या, 86 पर हत्या के प्रयास, 42 पर महिलाओं के खिलाफ अपराध और 2 उम्मीदवार रेप के आरोप में घिरे हैं। सबसे ज्यादा क्रिमिनल रिकॉर्ड CPI (ML) के 93%, RJD के 76% और BJP के 65% उम्मीदवारों के पास हैं।
9% महिला उम्मीदवार मैदान में
कुल 1314 प्रत्याशियों में केवल 122 महिलाएं हैं, जो लगभग 9% है। एनडीए ने 34 और महागठबंधन ने 30 महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया है। इस बार भोजपुरी कलाकार भी चुनावी मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं। भोजपुरी गायिका मैथिली ठाकुर अलीनगर से भाजपा प्रत्याशी हैं, जबकि अभिनेता खेसारी लाल यादव छपरा से राजद के टिकट पर मैदान में हैं तो वहीं रितेश पांडे जन सुराज की टिकट से करगहर से चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं।
पहले चरण के उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता
विधानसभा चुनाव में 651 उम्मीदवार (50%) ग्रेजुएट या उससे अधिक शिक्षित हैं। 17 उम्मीदवारों के पास कानून की डिग्री (LLB), 12 के पास इंजीनियरिंग, 12 के पास पीएचडी, 5 के पास एमबीबीएस, 3 के पास एमबीए और 2 उम्मीदवार एमफिल डिग्रीधारी हैं। वहीं, 8 उम्मीदवार निरक्षर हैं।
एनडीए महागठबंधन में सीट समीकरण
पहले चरण के मतदान के लिए एनडीए की ओर से जेडीयू ने 57, बीजेपी ने 48, एलजेपी (आर) ने 13, उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएम ने 2 और जीतन राम मांझी की हम के 1 सीट पर उम्मीदवार मैदान में हैं। वहीं महागठबंधन की ओर से आरजेडी 72, कांग्रेस 24, CPI (ML) 14, VIP और CPI ने 6-6, जबकि CPM ने 3 सीटों पर उम्मीदवार ताल ठोक रहे हैं। महागठबंधन में कुछ सीटों पर ‘फ्रेंडली फाइट’ की स्थिति बनी हुई है।
पहले चरण के मतदान के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
पहले चरण के दौरान राज्य भर में 4 लाख से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे। इसमें केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की 1,500 कंपनियां, बिहार पुलिस के 60,000 जवान, बिहार स्पेशल आर्म्ड पुलिस के 30,000 कर्मी, 20,000 होमगार्ड, 19,000 नए सिपाही और लगभग 1.5 लाख चौकीदार शामिल हैं। मतदान के लिए 54,311 बैलेट यूनिट, 54,311 कंट्रोल यूनिट और 58,123 वीवीपैट मशीनें 45,336 मतदान केंद्रों पर भेजी जा चुकी हैं। सभी पोलिंग पार्टी और सुरक्षा कर्मी बुधवार शाम तक अपने-अपने बूथों पर पहुंच जाएंगे।
2015 और 2020 के चुनाव का रिजल्ट
2020 के विधानसभा चुनाव में एनडीए ने 125 सीटें जीतीं (भाजपा-74, जेडीयू-43, हम-4, VIP-4), जबकि महागठबंधन को 110 सीटें मिलीं (राजद-75, कांग्रेस-19, CPI(ML)-12)। वहीं 2015 चुनाव में महागठबंधन को 178 सीटें मिलीं (राजद-80, जेडीयू-71, कांग्रेस-27), जबकि एनडीए सिर्फ 58 सीटों पर सिमट गया था। पहले चरण का मतदान शांतिपूर्ण, पारदर्शी और निष्पक्ष कराने के लिए चुनाव आयोग ने व्यापक इंतजाम किए हैं। अब सबकी निगाहें 6 नवंबर की वोटिंग और 14 नवंबर को आने वाले नतीजों पर टिकी हैं, जो बिहार की नई सियासी दिशा तय करेंगे।