Bihar Vidhansabha Chunav 2025: वोटर आईडी नहीं तो क्या हुआ! 12 पहचान पत्रों से डाल सकेंगे मत, पर्दानशीन खवातीन के लिए भी चुनाव आयोग ने किया ख़ास इंतजाम

Bihar Vidhansabha Chunav 2025:चुनाव आयोग ने इस बार मतदाताओं की सुविधा के लिए अहम फ़ैसला लिया है। आयोग ने साफ़ कहा है कि जिन मतदाताओं के पास EPIC (मतदाता फोटो पहचान पत्र) नहीं है, वे भी मतदान कर सकेंगे बशर्ते उनके नाम मतदाता सूची में दर्ज हों।

Bihar Vidhansabha Chunav 2025
12 पहचान पत्रों से डाल सकेंगे मत- फोटो : social Media

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार में सियासी सरगर्मी अब पूरे शबाब पर है। विधानसभा चुनाव-2025 की तारीख़ों का ऐलान होते ही चुनावी माहौल में हलचल तेज़ हो गई है। चुनाव आयोग ने इस बार मतदाताओं की सुविधा के लिए अहम फ़ैसला लिया है। आयोग ने साफ़ कहा है कि जिन मतदाताओं के पास EPIC (मतदाता फोटो पहचान पत्र) नहीं है, वे भी मतदान कर सकेंगे  बशर्ते उनके नाम मतदाता सूची में दर्ज हों। इसके लिए आयोग ने 12 वैकल्पिक पहचान पत्रों की सूची जारी की है, जिससे लोकतंत्र के इस उत्सव में कोई भी नागरिक अपने मताधिकार से वंचित न रह जाए।

7 अक्टूबर 2025 को जारी अधिसूचना के मुताबिक़, मतदाता आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, पासपोर्ट, बैंक या डाकघर की फोटोयुक्त पासबुक, मनरेगा जॉब कार्ड, पेंशन दस्तावेज़, या सरकारी विभागों द्वारा जारी सेवा पहचान पत्र दिखाकर वोट डाल सकते हैं। इतना ही नहीं, UDID कार्ड या आयुष्मान भारत योजना के हेल्थ स्मार्ट कार्ड को भी वैध दस्तावेज़ माना गया है।

आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि बिहार समेत जिन आठ विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होंगे, वहां लगभग सभी मतदाताओं को EPIC कार्ड जारी कर दिए गए हैं। साथ ही यह भी हिदायत दी गई है कि नए मतदाताओं को अंतिम सूची प्रकाशित होने के 15 दिनों के भीतर वोटर आईडी उपलब्ध कराई जाए।

सियासी दृष्टि से यह फ़ैसला बेहद अहम माना जा रहा है, क्योंकि बिहार में ग्रामीण इलाक़ों में अब भी बड़ी संख्या में ऐसे मतदाता हैं जिनके पास पहचान के सीमित दस्तावेज़ हैं। इस कदम से आयोग ने लोकतंत्र की पहुंच निचले तबके तक सुनिश्चित करने की कोशिश की है।

ख़ास बात यह है कि आयोग ने पर्दानशीन ख़वातीन यानी बुर्का या पर्दा ओढ़ने वाली महिलाओं के लिए विशेष इंतज़ाम करने के आदेश भी दिए हैं। मतदान केंद्रों पर महिला मतदान अधिकारियों की नियुक्ति होगी ताकि पहचान की प्रक्रिया के दौरान उनकी गरिमा और निजता (प्राइवेसी) बनी रहे।

इस बार बिहार विधानसभा की कुल 243 सीटों पर दो चरणों में मतदान होगा  पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा 11 नवंबर को। मतगणना 14 नवंबर को होगी। आयोग के मुताबिक़ अंतिम मतदाता सूची में लगभग 7.42 करोड़ मतदाता दर्ज हैं। चुनावी समीकरणों के लिहाज़ से यह आंकड़ा बताता है कि इस बार बिहार की जनता किस करवट लेगी, यह तय करेगा लोकतंत्र का असली इम्तिहान।