Bihar Election 2025: सीएम नीतीश को लगा बड़ा झटका, पूर्व सासंद आज थामेंगे तेजस्वी का हाथ, लेशी सिंह के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सीएम नीतीश को एक और बड़ा राजनीतिक झटका लगने वाला है। पूर्णिया के पूर्व सांसद और JDU के वरिष्ठ नेता संतोष कुशवाहा आज दोपहर 2 बजे पार्टी से इस्तीफा देंगे। सूत्रों के मुताबिक, वे अपने सैकड़ों समर्थकों क

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। आज यानी 10 अक्टूबर से पहले चरण की नामांकन प्रक्रिया शुरु हो गई है। वहीं चुनावी घोषणा के बाद से ही नेताओं का एक पार्टी से दूसरे पार्टी में जाने का सिलसिला शुरु हो गया है। नेता एक पार्टी को छोड़ दूसरी पार्टी का दामन थाम रहे हैं। इसी बीच सीएम नीतीश को बड़ा झटका लगा है। सीएम नीतीश के पूर्व सासंद आज अपने समर्थकों के साथ तेजस्वी यादव की पार्टी राजद का दामन थामेंगे। चुनाव के पहले सीएम नीतीश और जदयू के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है।
सीएम नीतीश को बड़ा झटका
मिली जानकारी अनुसार पूर्णिया से जेडीयू के पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा आज दो बजे अपने समर्थकों के साथ आरजेडी का दामन थामेंगे। बताया जा रहा है कि पार्टी में उपेक्षा से नाराज हैं। सीमांचल में सीएम नीतीश के लिए यह बड़ा झटका है। सूत्रों की मानें तो संतोष कुशवाहा लेशी सिंह के खिलाफ चुनावी मैदान में ताल ठोक सकते हैं। लेशी सिंह फिलहाल धमदाहा से विधायक हैं और एक फिर जदयू की टिकट पर उन्हें धमदाहा से टिकट मिलना तय है। ऐसे में संतोष कुशवाहा राजद की टिकट से धमदाहा से लेशी सिंह के खिलाफ मैदान में उतरेंगे।
सीमांचल में जदयू को झटका
जानकारी अनुसार सदस्यता ग्रहण कार्यक्रम पटना में आयोजित किया जाएगा। जहां तेजस्वी यादव खुद उन्हें पार्टी की सदस्यता दिला सकते हैं। संतोष कुशवाहा सीमांचल की राजनीति के प्रभावशाली नेता माने जाते हैं और लंबे समय तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी रहे हैं। उनके RJD में जाने से महागठबंधन को सीमांचल क्षेत्र में नई मजबूती मिल सकती है।
इस कारण छोड़ा जदयू का साथ
पार्टी सूत्रों के अनुसार, संतोष कुशवाहा पिछले कुछ महीनों से JDU नेतृत्व से नाराज चल रहे थे। बताया जा रहा है कि संगठन में उन्हें लगातार दरकिनार किया जा रहा था। वहीं टिकट बंटवारे में उनकी अनदेखी ने असंतोष को और बढ़ा दिया। इसी नाराजगी के चलते उन्होंने अब JDU से नाता तोड़ने का फैसला कर लिया है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि संतोष कुशवाहा का RJD में शामिल होना सीमांचल में JDU के लिए संगठनात्मक नुकसान साबित हो सकता है और आगामी चुनाव में महागठबंधन को बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभा सकता है।