पहले चरण की 10 हॉट सीट, नीतीश के 16 मंत्री मैदान, तेजस्वी-तेजप्रताप भी आजमा रहे किस्मत, अनंत-रीतलाल समेत 7 बाहुबली ठोक रहे ताल, जानिए किसके सिर सजेगा ताज
Bihar Election 2025: पहले चरण में 10 सीट हॉट सीट है....यहां डिप्टी सीएम सहित कई दिग्गज सियासी मैदान में हैं...अनंत सिंह और रीतलाल सहित 7 बाहुबली नेता ताल ठोक रहे हैं....आइए जानते हैं इस सियासी दंगल के बारे में...
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी सातवें आसमान पर है। पहले चरण के मतदान का प्रचार प्रसार थम गया है। कल यानी 6 नवंबर को पहले चरण का मतदान होना है। मतदान को लेकर सभी तैयारियों को अंतिम रुप दिया जा रहा है। पहले चरण में 18 जिलों के 121 सीटों पर मतदान होना है। कल सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरु हो जाएगी। प्रदेश के 243 सीटों पर 2 चरणों में मतदान होना है। पहले चरण में 3.75 करोड़ मतदाता 1314 उम्मीदवारों का किस्मत तय करेंगे। विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 10 सीट हॉट सीट मानी जा रही है। साथ ही उपमुख्यमंत्री सहित 16 मंत्री चुनावी मैदान में उतरे हैं। राजद सुप्रीमो लालू यादव के दोनों लाल तेजप्रताप यादव और तेजस्वी यादव चुनावी दंगल में किस्मत आजमा रहे हैं। वहीं मोकामा के बाहुबली नेता अनंत सिंह सहित दानापुर से बाहुबली नेता रीतलाल यादव ताल ठोक रहे हैं। कई दिग्गजों की साख दाव पर है। अब देखना दिलचस्प होगा कि कौन बाजी मारता है और किसको मुँह की खानी पड़ती है।
18 जिला 121 सीट, कई दिग्गज मैदान में
बता दें कि, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का पहला चरण 6 नवंबर को होगा। 18 जिलों की 121 सीटों पर होने वाले इस मतदान में कई हाई-प्रोफाइल उम्मीदवार मैदान में हैं। इस चरण में डिप्टी सीएम से लेकर फिल्म स्टार और गायक तक अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। पहले चरण की सबसे चर्चित 10 सीटें तारापुर, राघोपुर, महुआ, अलीनगर, छपरा, लखीसराय, मोकामा, हसनपुर, बखरी और कुरहनी है। पहले चरण में जिन जिलों में वोटिंग होगी उनमें पटना, भोजपुर, बक्सर, गोपालगंज, सीवान, सारण, मुजफ्फरपुर, वैशाली, दरभंगा, समस्तीपुर, मधेपुरा, सहरसा, खगड़िया, बेगूसराय, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा और नालंदा शामिल हैं। ये जिले राजनीतिक रूप से बेहद अहम माने जाते हैं, खासकर दरभंगा, मुंगेर और पटना डिवीजन की सीटें चुनावी नतीजों को काफी हद तक प्रभावित कर सकती हैं।
अब बात करते हैं पहले चरण के 10 हॉट सीटों की
1. तारापुर (मुंगेर)- यहां से डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। एनडीए से भाजपा उम्मीदवार सम्राट चौधरी का मुकाबला महागठबंधन के राजद प्रत्याशी अरुण कुमार से है। इस सीट के हॉट सीट होने का कारण है कि 15 साल बाद सम्राट चौधरी विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। जेडीयू के गढ़ में बीजेपी की यह बड़ी परीक्षा मानी जा रही है। 2021 के उपचुनाव में आरजेडी ने कड़ी टक्कर दी थी। अब देखने होगा कि सम्राट चौधरी इस सीट पर अपना पताका लहरा पाते हैं या नहीं।
2. राघोपुर (वैशाली)- राघोपुर में इस बार दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है। इस बार राघोपुर में चार प्रमुख उम्मीदवार हैं। महागठबंधन से राजद उम्मीदवार तेजस्वी यादव मैदान में हैं। उनका मुकाबला एनडीए से भाजपा उम्मीदवार सतीश यादव, जन सुराज के उम्मीदवार चंचल सिंह के बीच हैं। वहीं तेज प्रताप यादव की पार्टी जेडेडी से प्रेम कुमार भी तेजस्वी को टक्कर दे रहे हैं। खुद तेज प्रताप यादव अपने भाई के खिलाफ प्रचार कर चुके हैं। राघोपुर को तेजस्वी का पारंपरिक किला माना जाता है और तेजप्रताप की एंट्री से एम-वाई (मुस्लिम-यादव) समीकरण की बड़ी परीक्षा है। ये समीकरण तेजस्वी के साथ होगा या तेजप्रताप यादव के साथ देखने वाली बात होगी।
3. महुआ (वैशाली)- महुआ में इस बार भाइयों की सियासी जंग देखने को मिल रही है। यहां मुख्य मुकाबला तेज प्रताप यादव (जनशक्ति जनता दल) बनाम मुकेश रौशन (राजद) बनाम संजय सिंह (LJP-R) के बीच है। पार्टी और परिवार से निकाले जाने के बाद अब लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप अब अपनी ही पार्टी के खिलाफ मैदान में हैं। यह सीट पारिवारिक प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गई है। तेजस्वी यादव ने यहां तेज प्रताप के खिलाफ चुनाव प्रचार भी किया उन्होंने उम्मीदवारों से अपील की कि वो किसी कंफ्यूजन में ना रहे और लालटेन पर बटन दबाएं वहीं तेज प्रताप ने अपनी पार्टी जेजेडी को लालू यादव की असली पार्टी बता दी है।
4. अलीनगर (दरभंगा)- यहां से सिंगर मैथिली ठाकुर की एंट्री ने सियासी सरगर्मी बढ़ा दी है। यहां मुख्य मुकाबला मैथिली ठाकुर (भाजपा) बनाम विनोद मिश्रा (राजद) है। भाजपा ने पहली बार किसी लोकगायिका को मैदान में उतारा है। मैथिली ठाकुर की लोकप्रियता और मैथिल ब्राह्मण वोट बैंक यहां फैक्टर बन सकते हैं। ऐसे में यह सीट भी हॉट सीट बन गई है।
5. छपरा (सारण)- यहां से भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव चुनावी मैदान में हैं। मुख्य मुकाबला खेसारी लाल यादव (राजद) बनाम छोटी कुमारी (भाजपा) के बीच है। भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल की लोकप्रियता बनाम बीजेपी का मजबूत संगठन ने इस सीट को हॉट सीट बना दिया है। इस सीट पर जन सुराज और निर्दलीयों ने भी मुकाबले को रोचक बना दिया है।
6. लखीसराय- यहां से डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा 4 वार से विधायक हैं। मुख्य मुकाबला विजय कुमार सिन्हा (भाजपा) बनाम सूरज कुमार (कांग्रेस) के बीत है। दोनों ही भूमिहार जाति से आते हैं। डिप्टी सीएम सिन्हा लगातार चौथी बार जीत दर्ज कर चुके हैं, अब वे पांचवीं बार मैदान में हैं। लखीसराय को बीजेपी की सुरक्षित सीट माना जाता है।
7. मोकामा (पटना)- मोकामा में दुलारचंद की मौत और जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह की गिरफ्तारी ने सीट को सबसे हॉट सीट बना दिया है। सियासी सरगर्मी सातवें आसमान पर है। मुख्य मुकाबला भूमिहार बनाम भूमिहार का है। भूमिहार के दो बड़े नेता एक दूसरे को टक्कर दे रहे हैं। एक ओर जदयू से बाहुबली नेता अनंत सिंह हैं तो वहीं दूसरी ओर राजद की टिकट से बाहुबली नेता सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी चुनावी मैदान में है। वहीं इन दोनों को टक्कर दे रहे हैं जनसुराज के प्रत्याशी पीयूश प्रियदर्शी। अब देखना होगा कि जीत का ताज किसके सिर पर सजता है।
8. दरभंगा शहरी- मिथिलांचल की इस प्रमुख सीट से बीजेपी के राजस्व मंत्री संजय सरावगी मैदान में हैं। उन्हें चुनौती देने के लिए जन सुराज ने पूर्व आईपीएस आरके मिश्रा और मुकेश सहनी की पार्टी ने उमेश सहनी को उम्मीदवार बनाया है।
9. बखरी (बेगूसराय)- यह वामपंथ का किला है जो एक बार फिर चर्चा में है। यहां मुख्य मुकाबला सूर्यकांत पासवान (CPI) बनाम रामशंकर पासवान (भाजपा) के बीच है। 2020 में CPI ने यह सीट सिर्फ 777 वोटों से जीती थी। इस बार भाजपा पूरे दमखम से मैदान में है।
10. कुरहनी (मुजफ्फरपुर)- इस सीट पर 2020 में जीत का फासला मात्र 712 वोटों का था। इस बार मुख्य मुकाबला केदार प्रसाद गुप्ता (भाजपा) बनाम अनिल कुमार सहनी (राजद) के बीच है। पिछली बार यहां जीत-हार का अंतर सिर्फ 712 वोट था। इस बार भी कांटे की टक्कर की उम्मीद है। जिस कारण यह सीट हॉट सीट बन गई है।
पहले चरण का 'स्टार वॉर'
बिहार चुनाव का यह चरण न सिर्फ राजनीतिक बल्कि ग्लैमरस भी है। मनोरंजन जगत के तीन बड़े चेहरे चुनावी मैदान में हैं। छपरा से खेसारी लाल यादव (राजद) मैदान में है। खेसारी तेजस्वी के बिना सुधार न होई गीत से छाए हुए हैं। अलीनगर से मैथिली ठाकुर (भाजपा) मैदान में हैं जो छठ और सांस्कृतिक मुद्दों पर प्रचार केंद्रित है। वहीं करगहर से रितेश पांडे (जन सुराज) चुनावी मैदान में हैं। प्रशांत किशोर की पार्टी से जुड़े, शिक्षा सुधार को मुद्दा बनाया।
नीतीश कैबिनेट के 16 मंत्रियों की किस्मत दांव पर
पहले चरण में नीतीश सरकार के 16 मंत्री मैदान में हैं इनमें भाजपा के 11 और जेडीयू के 5 मंत्री शामिल हैं। भाजपा के प्रमुख नाम सम्राट चौधरी (तारापुर), विजय कुमार सिन्हा (लखीसराय), नितिन नवीन (बांकीपुर), मंगल पांडे (सीवान), संजय सरावगी (दरभंगा शहरी), जीवेश मिश्रा (जाले) और सुनील कुमार (बिहारशरीफ)। वहीं जेडीयू के प्रमुख नाम विजय कुमार चौधरी (सराय रंजन), श्रवण कुमार (नालंदा), मदन सहनी (बहादुरपुर) और महेश्वर हजारी (कल्याणपुर) मैदान में हैं।