निशांत की होगी सियासी एंट्री ! सीएम नीतीश के बेटे के चुनाव लड़ने पर जदयू कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा का बड़ा ऐलान

बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत चुनाव लड़ेंगे या नहीं इसे लेकर पहली बार जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने बड़ी घोषणा की है.

Nishant Kumar son of Nitish Kumar
Nishant Kumar son of Nitish Kumar- फोटो : news4nation

Nitish Kumar : बिहार की सियासत में इन दिनों यह चर्चा जोरों पर थी कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इकलौते बेटे निशांत कुमार आगामी विधानसभा चुनाव में राजनीति में कदम रख सकते हैं। लेकिन जनता दल (यूनाइटेड) के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने इन अटकलों पर पूरी तरह से विराम लगाते हुए बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि निशांत कुमार फिलहाल राजनीति में प्रवेश नहीं करेंगे, और जब तक नीतीश कुमार सक्रिय राजनीति में हैं, तब तक उनके बेटे के राजनीति में आने का सवाल ही नहीं उठता।


संजय झा ने बुधवार को एक मीडिया समूह से बातचीत के दौरान कहा, “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार अभी राजनीति में नहीं आ रहे हैं। यह बात बिल्कुल स्पष्ट है और इसको लेकर किसी तरह का भ्रम नहीं होना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा कि नीतीश कुमार हमेशा परिवारवाद की राजनीति के खिलाफ रहे हैं, और उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में कभी भी पारिवारिक लाभ को तरजीह नहीं दी है। उनकी पहली प्राथमिकता हमेशा बिहार का विकास और राज्य की जनता की भलाई रही है।


गौरतलब है कि इस साल की शुरुआत से निशांत कुमार की सार्वजनिक कार्यक्रमों में भागीदारी बढ़ी थी, जिसके चलते यह कयास लगाए जा रहे थे कि वे आगामी बिहार विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। खासकर मार्च 2025 में होली के मौके पर निशांत की जेडीयू नेताओं के साथ की गई मुलाकात और फोटो सेशन ने इन अटकलों को और हवा दी थी। इसके अलावा, जेडीयू कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर भी इस चर्चा को बल दे रहे थे।


हालांकि अब संजय झा के बयान के बाद यह साफ हो गया है कि निशांत कुमार का फिलहाल कोई राजनीतिक प्लान नहीं है। संजय झा ने उन नेताओं और समर्थकों को भी नसीहत दी है जो इस विषय को लेकर अनावश्यक बयानबाज़ी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी को ग़लत दिशा में ले जाने वाली अटकलों से बचना चाहिए।


इस बयान के बाद एक ओर जहां पार्टी के भीतर स्थिति स्पष्ट हो गई है, वहीं राज्य की राजनीति में भी "निशांत के आने" की चर्चाओं पर विराम लग गया है।