Bihar Election 2025: पालीगंज और मोकामा को लेकर चुनाव आयोग ने लिया बड़ा फैसला, दोनों विधानसभा क्षेत्रों में नहीं होगा ये काम

Bihar Election 2025: पिंक बूथों का उद्देश्य महिला मतदाताओं को सुरक्षित और सहज वातावरण उपलब्ध कराना है, ताकि वे बिना किसी झिझक के मतदान कर सकें।

चुनाव आयोग
चुनाव आयोग का फैसला - फोटो : social media

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पटना जिले में इस बार 541 महिला या पिंक बूथ बनाए जाएंगे। इन बूथों पर सभी मतदानकर्मी और सुरक्षाकर्मी महिलाएं होंगी। जिला प्रशासन के अनुसार, इन बूथों पर करीब 3600 महिला मतदानकर्मियों की तैनाती की जाएगी। जिनमें से 10 प्रतिशत कर्मियों को रिजर्व रखा गया है। वहीं, केंद्रीय बलों और बिहार पुलिस की महिला जवानें सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगी। पिछले चुनाव में जिले में केवल 104 महिला बूथ बनाए गए थे, जबकि इस बार उनकी संख्या में पांच गुना से अधिक वृद्धि की गई है। ये सभी मॉडल बूथ (पिंक बूथ) होंगे। जहां महिला मतदानकर्मी पिंक ड्रेस में नजर आएंगी।

पालीगंज मोकामा में नहीं बनेगा महिला बूथ 

प्रशासन के सूत्रों के अनुसार, हर चार महिला बूथों पर एक क्लस्टर सेंटर बनाया जाएगा। ये सेंटर उस क्षेत्र के मुख्य स्कूल या मेन रोड पर स्थित भवनों में बनाए जाएंगे। जहां महिला मतदानकर्मियों के ठहरने की व्यवस्था होगी। सुबह वहीं से पोलिंग पार्टियों को मतदान केंद्रों पर भेजा जाएगा। जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में महिला बूथ बनाए जा रहे हैं, लेकिन पालीगंज और मोकामा क्षेत्रों में एक भी महिला बूथ नहीं बनाया गया है।

पिंक बूथों की खासियत

पिंक बूथों का उद्देश्य महिला मतदाताओं को सुरक्षित और सहज वातावरण उपलब्ध कराना है, ताकि वे बिना किसी झिझक के मतदान कर सकें। यहां हेल्प डेस्क, सेल्फी प्वाइंट, बच्चों के खेलने की व्यवस्था और बिहार की लोककलाओं पर आधारित पेंटिंग्स लगाई जाएंगी।

विधानसभा क्षेत्रवार महिला बूथों की संख्या

बाढ़ - 10 | दीघा - 100 | बख्तियारपुर - 4 | बांकीपुर - 92 | कुम्हरार - 80 | पटना साहिब - 82 | फतुहा - 14 | दानापुर - 80 | फुलवारी - 61 | मसौढ़ी - 5 | मनेर - 3 | विक्रम - 10

डीएम ने मतदाता जागरूकता अभियान की समीक्षा की

पटना डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने गुरुवार को वोटर अवेयरनेस कैंपेन (SVEEP) की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि 66 प्रतिशत मतदान का लक्ष्य हासिल करने के लिए विभिन्न विभाग जीविका, आईसीडीएस, नगर निगम, स्मार्ट सिटी, शिक्षा, कल्याण, एनसीसी और एनएसएस मतदाताओं को लगातार जागरूक कर रहे हैं। डीएम ने शहरी क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए मॉल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, अपार्टमेंट और सोसाइटी में विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि युवा और प्रथम बार वोट करने वाले मतदाता हमारे ब्रांड एंबेसडर हैं। वे दूसरों को मतदान के लिए प्रेरित करें और 6 नवंबर को हर हाल में वोट करें।

दिव्यांग मतदाताओं के लिए विशेष व्यवस्था 

प्रत्येक मतदान केंद्र पर रैंप, पेयजल, शौचालय, बिजली और हेल्पडेस्क जैसी सुविधाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। पीडब्ल्यूडी और वरिष्ठ मतदाताओं के लिए वैकल्पिक होम वोटिंग सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। दिव्यांग मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर व्हीलचेयर की सुविधा दी जाएगी। इसके साथ ‘सुगम मित्र’ उनकी सहायता करेंगे। “वोट करेगा पटना, अपनी सरकार चुनेगा पटना” अभियान के तहत जिला पीडब्ल्यूडी स्वीप आइकॉन राकेश कुमार ने राजापुर, दीघा, कुर्जी, सचिवालय और किदवईपुरी इलाकों में जाकर दिव्यांग मतदाताओं को घर-घर जागरूक किया।

मतदान कर्मियों का प्रशिक्षण जारी

जिला प्रशासन ने मतदान कर्मियों के प्रशिक्षण पर पूरा जोर दे रखा है। श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित कार्यशाला में 563 सेक्टर अधिकारी, 361 मास्टर ट्रेनर और 208 तकनीकी कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया। पटना के 14 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 25,470 मतदानकर्मियों (25,084 पोलिंग अधिकारी और 386 माइक्रो ऑब्जर्वर) को 24, 25, 29, 30 और 31 अक्टूबर को छह प्रशिक्षण केंद्रों पर दो पालियों में प्रशिक्षण दिया जाएगा।