Bihar Vidhansabha Chunav 2025: पुष्पम प्रिया चौधरी का बड़ा ऐलान, द प्लुरल्स पार्टी 243 सीटों में 122 महिलाओं को मैदान में उतारेगी,जम के लड़ेंगे और लड़ाएंगे…

पुष्पम प्रिया चौधरी की द प्लुरल्स पार्टी ने बड़ा ऐलान किया है। पार्टी प्रमुख ने कहा कि TTP 243 सीटों में 122 महिलाओं को टिकट देगी।

Bihar Vidhansabha Chunav 2025
पुष्पम प्रिया चौधरी का बड़ा ऐलान- फोटो : X

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज़ है। चुनावी तारीखों के ऐलान के बाद कई दलों ने अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है, तो कुछ दलों में अभी सीट शेयरिंग और उम्मीदवार चयन पर मंथन जारी है। आम उम्मीद जताई जा रही है कि दो-तीन दिन में बाकी दलों की लिस्टें भी सामने आएंगी।आम आदमी पार्टी ने पहले ही 11 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की थी, जबकि जनसुराज ने गुरुवार को 51 उम्मीदवारों की पहली सूची पेश की। एनडीए और इंडिया गठबंधन में इस समय खींचतान जारी है।इसी राजनीतिक माहौल में पुष्पम प्रिया चौधरी की द प्लुरल्स पार्टी (TTP) ने बड़ा ऐलान किया है। पार्टी प्रमुख ने कहा कि TTP 243 सीटों में 122 महिलाओं को टिकट देगी। पुष्पम ने स्पष्ट किया कि पार्टी की सूची शीघ्र प्रकाशित की जाएगी और कथनी-करनी में कोई अंतर नहीं होगा।

पुष्पम प्रिया ने जोर देकर कहा कि “गलतफहमी न हो—हम टिकट बेच रहे नहीं हैं और न ही अपराधी या अश्लील लोगों को टिकट देंगे। सिर्फ अच्छे और आदर्शवादी लोग चुनाव लड़ेंगे।” महिलाओं को टिकट देना उनकी पार्टी की सर्वोच्च प्राथमिकता होगी।


पुष्पम प्रिया चौधरी की पार्टी ने पिछले विधानसभा चुनाव में 102 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं हुई। कुल वोट संख्या थी 1,22,997, जो कि वोट प्रतिशत में सिर्फ 0.3% बनता है।उस चुनाव में पुष्पम की खुद की जमानत भी जब्त हो गई थी। उन्होंने बांकीपुर (पटना) और बिस्फी (मधुबनी) सीटों से चुनाव लड़ा, लेकिन दोनों ही जगह हार का सामना करना पड़ा। बिस्फी सीट पर उन्हें केवल 1,509 वोट मिले थे।इस बार पुष्पम फिर से चुनावी मैदान में कूद रही हैं, और उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी पूरे 243 विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारेगी।

पुष्पम प्रिया ने लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस से गवर्नेंस, डेमोक्रेसी और डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स में मास्टर्स किया है।2015 में उन्होंने बिहार के वोटिंग पैटर्न पर रिसर्च भी किया था, जिससे उनकी चुनावी रणनीति में डेटा और विश्लेषण आधारित निर्णय की झलक मिलती है।पुष्पम प्रिया चौधरी की राजनीतिक विरासत काफी मजबूत है। उनके पिता विनोद चौधरी, जेडीयू के पूर्व नेता और विधान परिषद के सदस्य रहे। अब उनका निधन हो चुका है।पुष्पम का जन्म दरभंगा जिले में हुआ और उनके दादा उमाकांत चौधरी समता पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे, जो बाद में जेडीयू का हिस्सा बनी।उनके चाचा बिनय कुमार चौधरी वर्तमान में बेनीपुर विधानसभा क्षेत्र से जेडीयू विधायक हैं।

इस बार की घोषणा में सबसे बड़ा आकर्षण महिलाओं को 122 टिकट देना है। पुष्पम ने साफ कहा कि उनका लक्ष्य राजनीतिक भ्रष्टाचार और अपराधी तत्वों से दूरी बनाए रखना है।उनकी पार्टी ने यह संदेश भी दिया कि कथनी और करनी में अंतर नहीं होगा, यानी जिन नेताओं को टिकट मिलेगा, वे नैतिक और आदर्शवादी होंगे।राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि पुष्पम प्रिया का यह कदम महिलाओं और युवा वोटरों को जोड़ने की रणनीति है।पिछले चुनाव के अनुभव और हार के बावजूद, इस बार उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि, शिक्षा और रणनीति उन्हें बिहार की सियासी बिसात में एक नई पहचान दिला सकती है।

बिहार का चुनावी रण गरमागरम हो चुका है। जबकि बड़े दलों में सीट शेयरिंग और उम्मीदवार चयन पर मंथन जारी है, पुष्पम प्रिया चौधरी ने साफ-साफ घोषणा कर दी कि उनकी पार्टी महिलाओं को प्राथमिकता, आदर्शवाद और नए नेतृत्व के साथ चुनाव लड़ेगी।अब देखना यह है कि TTP की यह रणनीति चुनावी मैदान में कितनी असरदार साबित होती है और कौन किसकी चाल पर मात खाता है।